February 5, 2025

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कर्मचारियों की अनुपस्थिति और सफाई पर जताई नाराजगी, जिम्मेदारो को लगाई कड़ी फटकार

उतरौला/बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)
सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर, डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सा व्यवस्था, साफ-सफाई, और कर्मचारियों की उपस्थिति का गहन मूल्यांकन किया।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉ. शालिनी मिश्रा, बीएएम लाल बाबू मौर्या, बीपीएम पवन कुमार श्रीवास्तव, एलटी अशोक कुमार मिश्रा, एक्स-रे टेक्नीशियन गयासुद्दीन, संविदा एलटी ओम प्रकाश, और स्टाफ नर्स ऋचा सिंह तथा सुमन पाण्डेय अनुपस्थित पाए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इन कर्मचारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि इन कर्मचारियों का वेतन उनके अनुपस्थित अवधि के दौरान रोका जाए।
निरीक्षण के दौरान सीएचसी में 350 ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) देखे गए थे, साथ ही पांच गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी कराया गया। भर्ती मरीजों की संख्या 07 थी, और पैथोलॉजी जांच की संख्या 45 थी। हालांकि, चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई असंतोषजनक पाई गई, जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नाराजगी जताई और अधीक्षक डॉ. चंद्र प्रकाश को निर्देशित किया कि वे अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करें। साथ ही, सीएचसी की साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला में चल रहे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का भी निरीक्षण किया। इस अभियान के दौरान कुल 1502 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इनमें से 167 महिलाएं उच्च जोखिम वाली पाई गईं। इसके अलावा, 340 गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया गया।
निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला के स्टाफ भी मौजूद रहे, जिन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशों के तहत विभिन्न कार्यों को पूरा किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को जल्द सुधारने की बात कही और अधीक्षक डॉ. चंद्र प्रकाश को सीएचसी की चिकित्सा सेवाओं और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों की अनुपस्थिति को गंभीर माना और भविष्य में ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति न होने की चेतावनी दी। साथ ही, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की सफलता की सराहना की और इसे और प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।