रामग्राम में खुदाई से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम उत्साहित
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। सोहगी बरवां वन्यजीव प्रभाग के दक्षिणी चौक रेंज के नाथनगर बीट के जंगल में स्थित कन्हैया बाबा नामक स्थान पर रामग्राम की पहचान से संबंधित खुदाई लगातार हो रही है। उत्खनन में 27 वें दिन रविवार को ट्रेंच ले आउट किये गए। चार ब्लाक के दो ब्लाकों में कुल 300 सेंटीमीटर की गहरी खुदाई की गई। 180 सेंटीमीटर की गहरी खुदाई के दौरान अलंकारित दीवार मिलने से रामग्राम की उम्मीद जग गई है।
अलंकारित दीवार मिलने से खुदाई में लगी टीम को रामग्राम होने की उम्मीद गहरी होती जा रही है। लेकिन मिली हुई संरचना स्तूप की है या दीवार की? यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। पुरातत्वविद आफताब हुसैन ने बताया कि उत्खनन की प्रक्रिया जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, वैसे ही उसकी स्थिति स्पष्ट होती जाएगी। खुदाई के दौरान सांचे में ढाले पके चौड़े ईट मिलने से यह कयास लगाया जा सकता है कि किसी प्राचीन भवन या स्तूप का खंडहर है। खुदाई में मिले अलंकारित दीवार की संरचना मिलने से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम उत्साहित है। उत्खनन में प्राप्त सभी सामग्रियों को संरक्षित कर उस पर गहन अध्ययन किया जा रहा है। फिलहाल भगवान बुद्ध के आठवें अस्थि धातु पर बने स्तूप की मान्यता के आधार पर उत्खनन कार्य लगातार तेजी पर है। खुदाई में प्रयोग औजार बैल्चा, करनी,ब्रस आदि छोटे छोटे औजार का प्रयोग किया जा रहा है इस खुदाई से भगवान बुद्ध के आठवें अस्थि धातु पर बने स्तूप की मान्यता के आधार पर उत्खनन होने पर पर्यटकों को दिखाएंगे कोलियों का रामग्राम, तथा इसके बाद होगा खास महत्व फिलहाल पर्यटन विभाग ने कोलियों के गणराज्य रामग्राम को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सीएंडडीएस से साढ़े सात करोड़ का प्रस्ताव तैयार कराया गया था जो शासन को भेजा गया था जिससे कार्यदाई संस्था कार्य कर रही है।बौद्ध सर्किट से बहुत जल्द एक और प्राचीन बौद्ध स्थल जुड़ने जा रहा है। पर्यटन विभाग ने बुद्ध की मां महामाया और पत्नी यशोधरा के वंश कोलियों के गणराज्य रामग्राम को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी कर ली है। महराजगंज के चौक बाजार के पास जंगलों में मौजूद रामग्राम तक पर्यटकों को पहुंचाने के लिए विभाग ने कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस से लगभग साढ़े सात करोड़ की लागत से विभाग के इसके लिए रामग्राम क्षेत्र के धरमौली गांव में कन्हैया बाबा मंदिर के आसपास की एक एकड़ जमीन को जिला प्रशासन की मदद से अधिग्रहीत करने की कार्यवाही शुरू कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है जिसमें प्रस्ताव के मुताबिक कन्हैया बाबा मंदिर के पास पर्यटन विभाग एक गेस्टहाउस का निर्माण हो रहा है।जिससे जंगल में मौजूद रामग्राम का अवलोकन करने वाले पर्यटकों को ठहरने के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े। मंदिर परिसर में मौजूद तालाब के सुंदरीकरण की भी विभाग की योजना है। प्रस्ताव में एक कान्फ्रेंस हाल, पाथ-वे, इंटरलाकिंग, बाउंड्रीवाल, टायलेट ब्लाक, पेयजल इंतजाम भी शामिल है। यहां ठहर कर पर्यटक जंगल बन चुके रामग्राम की प्राकृतिक खूबसूरती और भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद वहां स्थापित प्राचीन स्तूप का दर्शन कर सकेंगे। यह स्तूप बुद्ध से जुड़े उन आठ स्तूपों में शामिल है, जो सर्वाधिक प्राचीन होने की वजह से पुरातात्विक महत्व के भी हैं। रामग्राम क्षेत्र के सात विशाल व मनोहारी सरोवर भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होंगे। इस स्थल को बौद्ध कला के आधार पर विकसित करने की योजना पर्यटन विभाग ने बनाई। इस योजना के पीछे विभाग की योजना इको टूरिज्म को बढ़ावादेने की भी है। योजना के धरातल पर आ जाने के बाद भारत से नेपाल जाने वाले पर्यटकों को ठहराव व अवलोकन के लिए एक और मनोहारी और ऐतिहासिक स्थल पर मिल जाएगा, जिससे धार्मिक आस्था पुष्ट होने के साथ-साथ पर्यटन का लुत्फ भी मिलेगा।
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