गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा )। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सुशील कुमार को ई-पोस्टर ओरिजिनल पेपर प्रेजेंटेशन में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। यह सम्मान उन्हें 11-12 अक्टूबर को कोर्टयार्ड मैरियट, गोरखपुर में आयोजित इंडियन सोसाइटी ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (उत्तर प्रदेश चैप्टर) के दो दिवसीय सम्मेलन में प्रदान किया गया।
डॉ. कुमार ने जिस विषय पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया उसका शीर्षक था।
“गैस्ट्रिक एसिड स्रावक (पेप्सिनोजेन्स और गैस्ट्रीन-17) और इन्फ्लेमेशन (आईएल-8) मार्कर हेलिकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण की अनुपस्थिति में कार्यात्मक अपच (डिस्पेप्सिया)।”
इस उपलब्धि के साथ डॉ. कुमार को अब तक शिक्षा, शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में आठ पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। उनके अब तक 40 से अधिक मौलिक लेख, 6 पुस्तक अध्याय, 1 संपादित पुस्तक और 1 पेटेंट प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉ. कुमार ने अपनी पीएचडी के दौरान भारतीय परिप्रेक्ष्य में हेलिकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण और गैस्ट्रिक कार्सिनोजेनेसिस के बीच संबंध स्थापित किया था।
कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने डॉ. सुशील कुमार को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
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