वन विभाग व एसडीएम नौतनवा ने भूमि किया चिन्हित
समाजसेवी की पहल लाया रंग ,क्षेत्र मे हुआ खुशी का माहौल
पक्की सड़क बनने से नौतनवा जाने में 30 किलोमीटर की दुरी का होगा बचत
डॉ सतीश कुमार पाण्डेय व नीरज मिश्र की रिपोर्ट
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। जिले के बागापार केवला पुर खुर्द रोहिन नदी स्थित चानकी पुल होते हुए नौतनवां मार्ग वन क्षेत्र के कारण कच्चा होने से सड़क निर्माण नही हुआ जो कई वर्षा से बनकर तैयार करोड़ों की लागत का पुल बेमतलब साबित हो रहा है जिसको लेकर एक माह पूर्व जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर ग्रामीणों द्वारा राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित प्रमुख सचिव को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नौतनवां से महराजगंज जिला मुख्यालय को सड़क मार्ग को लेकर जनपद महराजगंज के लोगों की बदकिस्मती कहा जाय या सरकार की इंतजाम की खामी। जब से चानकी पुल का शिलान्यास हुआ तब से आज तक निर्माण में बाधाओं ने पीछा नहीं छोड़ा। कभी वन विभाग ने पुल के निर्माण में रोड़ा डाला तो कभी सरकार और जनप्रतिनिधियों ने रूचि नहीं दिखाई। 25 साल पहले जब पुल का शिलान्यास तत्कालीन भाजपा के लोकनिर्माण मंत्री कलराज मिश्र ने किया तो जनपदवासियों को उम्मीदों के पंख लग गये। ऐसा लगा कि विकास के नए रास्ते खुल रहे हैं। नेपाल सीमा के सटे तहसील नौतनवा से जिला मुख्यालय से जुड़े सैकड़ों गांवों के लोगों को उम्मीदों का पिटारा मिल गया हो। एप्रोच निर्माण के लिए कोई असर न देख लोगों ने चानकी घाट पुल पर ही धरना देना शुरू कर दिया था । जिले भर के लोगों ने जन आन्दोलन में चढ़- बढ़कर हिस्सा लिया था जिसके बाद 24 दिन तक जन संघर्ष एवं जल सत्याग्रह आंदोलन के बाद जिला प्रशासन को होश आया। आंदोलन की आंच में जिला ही नहीं प्रदेश को हिला के रख दिया। आंदोलनकारियों के हौंसले के आगे प्रशासन नेस्तानाबूद हो गया। आंदोलन कर्ताओं एवं प्रशासन के बीच लिखित समझौता हुआ। इसके बाद आंदोलन स्थगित हुआ। लम्बे इन्तजार के बाद एप्रोच का निर्माण हो गया। वन विभाग ने भी अपनी आपत्तियां उठा लिया। अब जब एप्रोच मार्ग को मुख्य मार्ग से जोड़ने का काम शुरू हुआ तो किसानों की जमीनें बांधा बनने लगी हैं। किसान मुआवजा के लिए अड़े हैं। लोक निर्माण विभाग बिना मुआवजा दिए सड़क का निर्माण करवाना चाहता था लेकिन जिला प्रशासन की पहल के बाद सड़क निर्माण कार्य भी पूर्ण हो गया ।
लोक निर्माण विभाग ने कब क्या की पहल एप्रोच के लिए 19 फरवरी 2015 को अधिशासी अभियंता बीएन ओझा ने भाकियू को पत्र लिखकर बताया कि स्टीमेट शासन स्तर से विचाराधीन है। विभाग विश्वास दिलाता है कि निर्माण शुरू होने के तीन माह के अन्दर काम पूरा करा दिया जायेगा। 20 फरवरी 2015 को अधीक्षण अभियंता जुनैद अहमद ने पत्र लिखकर अधिशासी अभियन्ता की बात दोहराई और भाकियू एवं जनहित संघर्ष समिति से फरवरी में एप्रोच मार्ग को लेकर प्रस्तावित धरने को स्थगित करने का अनुरोध किया।
5 मई 2015 को अधिशासी अभियंता निर्माण खण्ड ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर चानकी घाट पुल का संसोधित स्टीमेट स्वीकृत के लिए पत्र लिखा।
14 मई 2015 लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने पत्र लिखकर बताया कि चानकी घाट पुल के एप्रोच मार्ग के निर्माण के लिए संसोधित स्टीमेट प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ से अनुमोदित हो गया है।पुल से आवागमन शुरू हुआ तो इन गाँवों को मिलेगी सुबिधा
लक्ष्मीपुर और सदर ब्लाक को रोहिणी नदी बांटती है। दोनों घाटों की तरफ करीब 50 गांव बसे हैं। यहाँ के लोगों को महराजगंज स्थित जिला मुख्यालय आने के लिए नदी पार करनी पड़ती है। इस समस्या के समाधान के लिए चानकी घाट पर पुल बनकर तैयार है। लेकिन पक्की सड़क निर्माण न होने के कारण लोगों को तमाम दुश्वारियों का सामना करना पडता है ऐसे में बागापार, बरगदवा राजा, विजयपुर, परासखण्ड, सलामतगढ़, बेलवाकाजी, टेढ़ी घाट, दशरथपुर, गंगापुर, ब्रम्हपुर, कानपुर नर्सरी, बेलौहा नर्सरी, गुलरियहवा, कौअहवा, बैरीकुंड, पथरीअहवा, पड़रहवा, बसहवा जंगल आदि गांवो के लोगों को आवागमन का सीधा रास्ता मिल जायेगा। नदी के बीच में बसे गाँवों की लड़कियों की शादी होती है तो घर से वह कार से विदा होती हैं लेकिन जंगल मे कच्ची मार्ग होने के काऱण बारिश के समय चार किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए करीब 40 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। इससे नौतनवां, अड्डा बाजार, लक्ष्मीपुर, देवदह बौद्ध स्थल, बनरसहा, बागापार, फुर्सतपुर और मझार क्षेत्र के लोगों को काफी परेशान होना पड़ता है |
इसी परेशानियों की सामना से ग्रामीणों ने कहा कि लगभग 10वर्ष पूर्व चानकी पुल बनकर तैयार भी हो गया लेकिन आज तक आगे की मार्ग नही बना जिससे सात बिन्दुओं को लेकर समाज सेवी उमेश चन्द्र मिश्र और हम ग्रामीणों ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित प्रमुख सचिव को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया था ज्ञापन मे कहां गया कि मार्ग पर लगभग 4० प्रतिशत सड़क बनकर तैयार हो गयी है जबकि वन क्षेत्र में पड़ने वाली सड़क लगभग 08 कि०मी० मात्र किन्ही कारणवश नहीं बन पायी है इस सड़क का निर्माण न होने के कारण करोंड़ों की लागत से बना चानकी पूल बेमतलब साबित हो रहा है।जो वनक्षेत्र की सड़क निर्माण न होने के कारण नौतनवां से महराजगंज जिला मुख्यालय पहुँचने में लगभग 30 कि०मी० दूरी अधिक तय करने के लिये विवश होना पड़ता है।वही सड़क बन जाने से जहां 30 कि०मी० दूरी कम होगी तथा समय का भी बचत होगा।
यही नही सड़क का निर्माण हो जाने से वनटांगिया के लगभग 03 दर्जन गांव भी जिला मुख्यालय से सीधे जुड़ जायेंगे। ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन मे कहा है कि यदि उक्त प्रकरण में 01माह तक सकारात्मक कार्यवाही न होने की दशा में जनहित याचिका (पी०आई०एल०) के माध्यम से न्यायालय की शरण में जाने हेतु विवश होना पड़ेगा। इस बीच समाज सेवी उमेश मिश्रा, जितेन्द्र कुमार शुक्ला ,विजय सिंह संत ,रणविजय चौधरी,अंगद यादव प्रधान प्रतिनिधि गुलरिहा जंगल शैलेश यादव, परीखन गुप्ता, ग्राम प्रधान केवला पुर खुर्द ,शैलेश मद्धेशिया, ग्राम प्रधान रामपुर बुजुर्ग ,फैयाज अहमद ज्वाला प्रसाद, कन्हैया चौबे ,ओमप्रकाश यादव ,रामनयन पटेल आदि मौजूद रहे थे।
जंगल मे पक्की सड़क निर्माण को लेकर समाजसेवी उमेश चन्द्र मिश्र की पहल लाया रंग
एक माह पूर्व समाज सेवी उमेश चन्द्र मिश्र और ग्रामीणों द्वारा राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित प्रमुख सचिव को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया था तथा पुनः केन्द्रीय वित्त मंत्री को भी ज्ञापन दिया गया था जिससे वर्तमान डीएम अनुनय झा ने एक बैठक करके वन विभाग व एसडीएम नौतनवां मकेश कुमार को जंगल मे बनने वाले सड़क के एवज मे खाली भूमि वन विभाग को देने के लिए चिन्हित करने का निर्देश दिया था जिस पर वन विभाग और एसडीएम नौतनवां के अधिकारी व हल्का लेखपाल गुड्डन आदि लक्ष्मीपुर ब्लाक के टेढ़ी ग्राम सभा के टोला बेलौहा मे तीन हेक्टेयर भूमि का चयन कर डीएम को रिपोर्ट भेज दिया है। बताते चलें कि वन क्षेत्र में बनने वाले सड़क वाली भूमि वन विभाग को देनी होगी तब जाकर वन क्षेत्र में पक्की सड़क निर्माण का कार्य प्रारम्भ होगा। जिलाधिकारी के इस पहल से ग्रामीणों में काफी खुशी का माहौल है जिसमे समाज सेवी उमेश मिश्रा जितेन्द्र कुमार शुक्ला ,विजय सिंह संत ,रणविजय चौधरी,अंगद यादव प्रधान प्रतिनिधि गुलरिहा जंगल ,शैलेश यादव ,परिखन गुप्ता,ग्राम प्रधान केवलापुर खुर्द ,शैलेश मध्देशिया ग्राम प्रधान रामपुर बुजुर्ग ,फैयाज अहम्मद ,ज्वाला प्रसाद,कहैन्या चौबे ,ओमप्रकाश यादव ,रामनयन पटेल सहित दर्जनों ग्रामीण ने खुशी जाहीर किया |
इस सम्बन्ध मे नौतनवां एसडीएम मुकेश कुमार ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर भुमि चिन्हित का कार्य किया गया है आगे जो निर्देश मिलेगा वैसा किया जायेगा ।
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