November 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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आने वाले भविष्य के खतरों में से एक बड़ा खतरा हैं कम होता भूगर्भ जल – मुसरफ खान

अपील – जल ही जीवन हैं इसलिए पानी बचाएं वाटर हार्वेस्टिंग कराएं- मुसरफ खान

आगरा(राष्ट्र की परम्परा)
मानव जाति के लिए आज़ कम होता भूगर्भ जल आने वाले भविष्य के खतरों में से एक बड़ा खतरा हैं। ये आपके भविष्य का व आपके बच्चों के भविष्य का सवाल है। इसलिए एकसाथ मिलजुल कर हमें अपने-अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए अभी से अपनी क्षमताओं का उपयोग करना चाहिए, क्योकि अब हमें समस्या नहीं, समाधान पर फोकस करने का प्रयास करना चाहिए।वरिष्ठ समाज सेवक मुसरफ खान ने इस सन्दर्भ में अपनी राय में बताया कि हमारी सभी देशवासियों से विनम्र अपील हैं कि, जल ही जीवन हैं इसलिए पानी बचाएं वाटर हार्वेस्टिंग कराएं और जीवन बचाएं।जो भी रोजाना लाखों गैलन पानी बेजा बर्बाद कर रहे है, वो स्वंय जागरूक हो जाय तो सरकार की आवश्यकता नगण्य हो जाए। इसके लिए अब लोगों को जागरुक होना होगा, क्योंकि भूगर्भ में भूजल कम होता जा रहा है। पानी का दुरुपयोग आपके लिए और आपके परिवार के लिए घातक नहीं बहुत घातक हो सकती है। ये आपके भविष्य का व आपके बच्चों के भविष्य का सवाल है,इसलिए मिलजुल कर घरों में एक साथ मिलकर वाटर हार्वेस्टिंग कीजिये। आज भूगर्भ में भूजल कम होता जा रहा है। भूजल के रिचार्ज का कोई तरीका अपनाया नहीं जा रहा है। पानी एक दिन खत्म हो जाएगा। क्योंकि हम जमकर पानी बहा रहे है और लगातार भूजल का जमकर उपयोग कर रहे हैं। लेकिन कब तक ? जल्द ही भूजल समाप्त हो जाएगा। जैसा की हम सब कोरोना संकट काल में ऑक्सीमीटर, दवाई और ऑक्सीजन की मारामारी देख चुके हैं। इसलिए कोरोना संकट काल की कठिनाई से सबक लेकर हमें भी अपने-अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग के संदेश पर अमल करना चाहिए। अगर अब भी सोते रहे या आलस किया तो आप उस खाई के बिलकुल मुहाने पर आँख बंद करके खड़े है। जिसमें आपको गिरना ही गिरना है। आगे बहुत गहरी खाई हैं। खाई से दूर होने का प्रयास कीजिये। हमें समस्या नहीं, समाधान पर फोकस करने का प्रयास करना चाहिए।
खान ने बताया कि बिना करे कुछ नहीं होगा, चींटी एक कदम चल कर भी लंबी दूरी तय कर लेती है और गरुड़, एक जगह बैठा रहे, बिना प्रयास के, तो एक इंच भी दूरी तय न कर पाये अर्थात क्षमता का उपयोग करना चाहिए। बुजुर्गों की कहावत भी हैं जागा सो पाया, सोया सो खोया। इसलिए कोरोना संकट काल की कठिनाई से सबक लेकर हमें भी अपने-अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग के संदेश पर अमल करना चाहिए। अगर आप सोसाइटी में रहते हैं वहाँ अभी जो रोजाना लाखों गैलन पानी आपको मिल रहा है, वो जमीन में से निकल कर आपके घरों में पहुँच रहा है लेकिन ये पानी एक दिन खत्म हो जाएगा। क्योंकि हम जमकर पानी बहा रहा है और लगातार भूजल का जमकर उपयोग कर रहे हैं। अगर आप अपनी सोसाइटी की वाटर हार्वेस्टिंग करना चाहते हैं तो एक साथ अपनी कॉलोनी में बहुत से मकानों की वाटर हार्वेस्टिंग करा सकते हैं। अपने आस पास के कुओं, पोखरो, तलाबो को साफ करके अपने मुहल्ले, सोसाइटी के सभी घरो के बारिश के पानी के एग्जिट को ले जाकर कुएं में डाल दीजिये। इससे वाटर लेवल बढ़ जायेगा। न सिर्फ अपने घर की बल्कि अगर आपके यहाँ मल्टीस्टोरी है तो सब मिलकर वाटर हार्वेस्टिंग कराइए और वाटर हार्वेस्टिंग करके अपने लेवल पर पुराने पड़े कुओं को पुनर्जीवित कीजिये। मुहल्ले में उन कुओं में बारिश के पानी को बचाने और कुओं तक ले जाने के लिये पाइप बिछाने की ड्राइव चलाइये। बरसात का पानी सीधे कुएं में डालने पर भूजल को गंदा नहीं करता क्योंकि वो धरती में फ़िल्टर हो जाता है।