Wednesday, October 15, 2025
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समरस समाज के निर्माण में नाथपंथ का अवदान: अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करेंगे मुख्यमंत्री

  • दो दिन देश-विदेश के नाथपंथ के ख्यातिलब्ध विद्वान करेंगे शिरकत

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं हिन्दुस्तानी एकेडेमी उ. प्र. प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘समरस समाज के निर्माण में नाथपंथ का अवदान’ विषयक द्विदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ शनिवार को मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ करेंगे।
दीक्षा भवन में आयोजित होने वाले उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टण्डन करेंगी। संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी होंगे। 14-15 सितम्बर को आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी में देश-विदेश के नाथपंथ के ख्यातिलब्ध विद्वान भाग लेंगे।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि होंगे पद्‌मश्री प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
दीक्षा भवन में 15 सितम्बर 2024 को अपराह्न 02:00 आयोजित समापन सत्र में मुख्य अतिथि पद्‌मश्री प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, पूर्व अध्यक्ष, साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली होंगे। सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टण्डन करेंगी।
छह तकनीकी सत्रों में होगी चर्चा
समापन एवं उद्घाटन सत्र के अलावा छह तकनीकी सत्रों में नाथ पंथ के विभिन्न पहलुओं पर ख्यातिलब्ध विद्वानों द्वारा चर्चा की जाएगी। दो दिन के इस संगोष्ठी में छह तकनीकी सत्रों में विभिन्न उपविषयों जैसे नाथपन्थ का वैश्विक प्रदेय, नाथपंथीय साहित्य में सामाजिक समरसता, स्वतंत्रता आंदोलन में नाथ पंथ का अवदान, नाथ सिद्ध परंपरा एवं साधना प्रक्रिया तथा
नाथपंथीय विश्वकोश पर गहन मंथन एवं चर्चा की जाएगीl

पुस्तक एवं पत्रिकाओं का होगा विमोचन
मुख्यमंत्री एवं कुलपति द्वारा इस संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में पुस्तक एवं पत्रिकाओं का विमोचन किया जाएगा। जिसमें डॉ. पद्मजा सिंह द्वारा लिखित नाथ पंथ का इतिहास तथा महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ शोध पीठ की पत्रिका कुंडलिनी शामिल हैं।
दिव्यांगजन कैंटीन का होगा उद्घाटन
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में एक दिव्यांगजन कैंटीन का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।
इस संबंध मे कुलपति ने बताया कि दिव्यांगजन कैंटीन का संचालन दिव्यांगजन ही करेंगे। इसके पीछे विश्वविद्यालय का मकसद उनके लिए रोजगार का अवसर उपलब्ध कराना है।
उच्च शिक्षा सचिव एवं कुलपति ने की तैयारी की समीक्षा
उच्च शिक्षा सचिव एमपी अग्रवाल तथा कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने दीक्षा भवन जाकर तैयारी की जानकारी ली। इसके साथ ही दिव्यांगजन कैंटीन का भी निरीक्षण किया।

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