जैसे-जैसे तापमान गिरता है, सर्दी का असर सबसे अधिक बच्चों और बुजुर्गों पर देखने को मिलता है। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता और बदलते मौसम के कारण सर्दी, खांसी, बुखार, अस्थमा और सांस से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में “ठंड से बचाव के उपाय” को अपनाना बेहद जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. गिरजेश मिश्र का कहना है कि अगर समय पर सतर्कता बरती जाए तो ठंड से होने वाले अधिकांश रोगों से बचा जा सकता है।
कई परतों में कपड़े पहनना है जरूरी
ठंड से बचाव का सबसे पहला और प्रभावी तरीका है गर्म और कई परतों वाले कपड़े पहनना। बेस लेयर के रूप में सूती या थर्मल कपड़े पहनें, मिड लेयर में ऊनी या फ्लीस और बाहर वाटरप्रूफ जैकेट का प्रयोग करें। सिर के लिए टोपी, पैरों में मोजे और हाथों में दस्ताने जरूर पहनें, क्योंकि शरीर की अधिक गर्मी इन्हीं स्थानों से निकलती है। बच्चों और बुजुर्गों के कपड़े गीले न होने दें और अगर कपड़े गीले हो जाएं तो तुरंत बदलें।
खान-पान से बढ़ाएं इम्यूनिटी
ठंड से बचाव के उपाय में सही और पौष्टिक भोजन की अहम भूमिका है। डा. गिरजेश मिश्र के अनुसार सर्दियों में गर्म सूप, खिचड़ी, दलिया, हरी सब्जियां, मेवे, गुड़, अदरक और हल्दी वाला दूध फायदेमंद होता है। विटामिन C से भरपूर फल जैसे संतरा, नींबू और आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। ठंडी चीजें, आइसक्रीम, और ज्यादा तला-भुना भोजन खाने से बचें।
त्वचा और शरीर की नमी बनाए रखें
सर्दियों में त्वचा रूखी और बेजान होने लगती है। इसलिए नहाने के बाद और सोने से पहले शरीर पर अच्छा मॉइस्चराइजर या नारियल तेल लगाना चाहिए। हालांकि ठंड में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दिनभर गर्म पानी पीते रहना जरूरी है। यह शरीर के तापमान को संतुलित रखता है और स्किन को भी हेल्दी बनाए रखता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए अतिरिक्त सावधानियां
बच्चों और बुजुर्गों को ठंड और प्रदूषण दोनों से बचाना जरूरी है। अगर बाहर धुंध या स्मॉग ज्यादा है तो उन्हें घर के अंदर ही रखें। बहुत जरूरी हो तो बाहर जाते समय मास्क (N95) का प्रयोग कराएं। सुबह के समय हल्की धूप लेना विटामिन D के लिए फायदेमंद है, लेकिन बहुत देर तक तेज हवा में रहना नुकसानदायक हो सकता है।
बुजुर्गों के लिए फिसलन वाली जगहों से बचाव जरूरी है। जमीन पर पानी या बर्फ जमा हो तो वहां रबर सोल वाले जूतों का प्रयोग करें और रेलिंग का सहारा लें। उन्हें समय पर दवाइयां देना और नियमित ब्लड प्रेशर व शुगर की जांच कराना बेहद जरूरी है।
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स्वच्छता और नींद का रखें विशेष ध्यान
ठंड से बचाव के उपाय में स्वच्छता भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। हाथों को बार-बार साबुन से धोएं और छींकते या खांसते समय मुंह ढकें। साफ-सफाई से वायरल इंफेक्शन से काफी हद तक बचा जा सकता है। साथ ही दिन में कम से कम 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेना भी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
डा. गिरजेश मिश्र की सलाह
डा.गिरजेश मिश्र का कहना है कि ठंड के मौसम में लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसलिए सावधानी, संतुलित आहार और सही दिनचर्या अपनाकर हम खुद को और अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते हैं। अगर सर्दी, खांसी, सांस लेने में परेशानी या अत्यधिक कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नोट: यह जानकारी सुझाव के रूप में मुहैया कराई जा रही है, कृपया किसी भी घरेलू या औषधीय उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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