
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। शहर के सेनानी भवन सभागार में स्वतंत्रता सेनानी विजय कुमार नौरंग की 112 वीं जयंती मनाई गई जिसपर उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों ने उनके चित्र पर पुष्प भेंट करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की और संगठन संरक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि श्रद्धेय विजय कुमार नौरंग ने बहराइच जनपद के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अंग्रेजी साम्राज्य के साइमन कमीशन के भारत में विरोध पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से कठोर यातनाएं दी गईं और उन्होंने कारावास की सजा भी भोगीं जहां संगठन के प्रदेश कार्यवाहक महामंत्री रमेश कुमार मिश्र ने कहा कि नौरंग अपने पिता शिव नारायण के साथ गांधी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन में जेल गए थे और पिता की प्रेरणा से सेनानी नौरंग ने भारत छोड़ो आन्दोलन में बहराइच में एक बड़ा आन्दोलन खड़ा किया।
वह अंग्रेजी हुकूमत के आंखों की किरकिरी थे इसलिए ब्रिटिश शासन ने उनका मकान एवं कृषि भूमि जब्त कर ली संगठन अध्यक्ष कर्मवीर सिंह ने कहा कि नौरंग हमारे पिता चन्द्र वीर सिंह के अभिन्न साथी थे,स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद संत विनोबा भावे के भूदान आंदोलन में उन्होंने हमारे पिता के साथ कठिन परिश्रम किया और उसके बाद सेनानी नौरंग साम्यवादी विचारधारा के पोषक बने।
कार्यक्रम में संगठन महामंत्री आदित्य भान सिंह,शहर अध्यक्ष राजू मिश्र, श्रावस्ती अध्यक्ष यदुनाथ प्रसाद यादव, अधिवक्ता राम रूप मिश्र,अभय श्रीवास्तव, आशुतोष मिश्र,पवन सिंह,अजय सिंह, गिरिजा दत्त झा, अनिल उपाध्याय, रमेश कुमार श्रीवास्तव,विनय कुमार त्रिपाठी, बाबूलाल वर्मा, राकेश मिश्रा, विनोद त्रिपाठी, विवेक शुक्ला, बदलूराम, जगतराम आर्य, मुरली पाण्डेय, सियाराम यादव आदि मौजूद रहे।
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