
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। उपायुक्त उद्योग राजकुमार शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्थानीय दस्तकारों तथा पारम्परिक कारीगरों के विकास के लिए आयुक्त एवं निदेशक उद्योग (ओडीओपी प्रकोष्ठ) उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय लखनऊ द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु जनपद के लिए एक जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षता,कौशल विकास, उद्यमिता विकास प्रशिक्षण व टूलकिट वितरण योजनान्तर्गत (ओडीओपी उत्पाद पीतल के बर्तन एवं अतिरिक्त उत्पाद होजरी उत्पाद) जनपद हेतु 200 का लक्ष्य आवंटित हुआ है। योजनार्न्तगत परम्परागत कारीगर जैसे पीतल के बर्तन एवं होजरी के उत्पाद के आजिविका के साधनों को सुदृढ़ीकरण करते हुए उनके जीवनस्तर को उन्नत किया जाना है। योजनार्न्तगत परम्परागत कारीगरों को उद्यम के आधार पर दक्षता, कौशल विकास, उद्यमिता विकास प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण हेतु 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है।
उक्त हेतु इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन पत्र विभागीय बेबसाइट पर www.diupmsme.upsdc.gov.in पर जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षता, कौशल विकास, उद्यमिता विकास प्रशिक्षण व टूलकिट वितरण योजनान्तर्गत का चयन करते हुए आनलाइन आवेदन कर सकते है। आवेदन पत्र आनलाइन करने की अन्तिम तिथि 10 जुलाई 2024 तक निर्धारित की जाती है। योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी हेतु कार्यालय उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द, राजकीय औद्योगिक आस्थान मुखलिसपुर रोड, खलीलाबाद, संत कबीर नगर से किसी भी कार्यालय कार्य दिवस में प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आनलाइन आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज में पासपोर्ट आकार का फोटो, हस्ताक्षर- अंगूठे का निशान, बैंक पासबुक, परम्परागत कारीगरी से जुड़े होने का प्रमाण पत्र (ग्राम प्रधान या अध्यक्ष नगर पंचायत अथवा नगर पालिका परिषद, वार्ड के सदस्य), आयु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी, निवास प्रमाणपत्र, बिजली बिल, राशन कार्ड, किरायानामा, जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक) की आवश्यकता होगी।
More Stories
संचारी रोगों की रोकथाम को लेकर शुरू हुआ विशेष अभियान
बहुद्देश्यीय सहकारी समिति के कार्यो का किया गया लोकार्पण
लेखपाल के समर्थन में उतरे अधिवक्ता, गिरफ्तारी की उठी मांग