
भटनी/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) के अंतर्गत पंचायती राज संस्थाओं एवं स्वयं सहायता समूहों के अभिसरण हेतु ग्राम प्रधान एवं एस.एच.जी. सदस्यों के दो दिवसीय अनावासीय प्रशिक्षण विकास खण्ड भटनी के सभागार में हुआ। इस दौरान प्रशिक्षकों द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) समेत कई बहुआयामी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षक आशुतोष दूबे ने कहा कि वित्त आयोग ने भारी अनुदान के हस्तांतरण हेतु स्थानीय स्वशासन को उनके विकास की योजना बनाने के लिए सक्षम बनाया है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत विकास योजना एक आवश्यकता आधारित व्यापक योजना है जो कुशल एव अनुकूलतम उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए स्थानीय विकासात्मक मुद्दों के समाधान के लिए तैयार की गई है। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को जीपीडीपी प्रक्रिया में शामिल करने को एक सार्थक कदम बताया।
एडीओ पंचायत विंध्याचल सिंह ने कहा कि पंचायती राज प्रणाली, स्वयं सहायता समूह और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) भारत सरकार की तीन ऐसी प्रमुख पहल है जिनका उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को सशक्त बनाने के साथ ही सतत विकास को बढ़ावा देना है। इस मौके पर विनय तिवारी,अजय दुबे वत्स,कमलेश दूबे,जनरंजन गौतम,अजय मिश्रा के अलावा
भटनी विकास खण्ड के ग्राम पंचायतों के प्रधान व स्वयं समूहों के एक- एक सक्रिय सदस्य मौजूद रहे।
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