November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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प्रतिमा और प्रति माँ में हैं आदिशक्ति जगतजननी मां दुर्गा – डॉ उमेश शर्मा

आगरा(राष्ट्र की परम्परा) नवरात्रि के नौ दिन बहुत ही पावन माने जाते हैं। चैत्र नवरात्र के दौरान माता के नौ रूपों की पूजा होती है। इस साल मंगलवार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जो कि 17 अप्रैल तक रहेगी। इस चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर पृथ्वी पर आ रही है। माता रानी की नौ दिन अपने भक्तों के बीच रहकर उनकी हर परेशानी दूर करती है। यहीं कारण है कि पहले दिन घटस्थापना से लेकर आखिरी दिन राम नवमी तक हर दिन बहुत खास माना जाता है, हर दिन देवी दुर्गा के एक अलग रूप को समर्पित है, जिसमें उनके अवतारों का प्रतिनिधित्व करने वाली शक्ति और गुणों की पूजा की जाती है।
आगामी चैत्र नवरात्र के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली मातृशक्ति के सम्मान में अपने विचार व्यक्त करते हुऐ वरिष्ठ समाजसेवी डॉ उमेश शर्मा ने कहा कि सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। आदिशक्ति मां दुर्गा की उपासना के महापर्व चैत्र नवरात्रि की इस साल मंगलवार 9 अप्रैल से शुरुआत हो रही है, जो कि 17 अप्रैल तक रहेगी। चैत्र नवरात्रि में 9 दिनों का महापर्व है, जिसमें 9 दिनों तक अलग-अलग देवियों की पूजा की जाती है। इन्हें महाशक्ति कहा गया है। नवरात्रि के 9 दिन हिंदू देवियों-पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती के नौ विभिन्न स्वरूपों की उपासना के लिए निर्धारित है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। पहले तीन दिन पार्वती के तीन स्वरूपों, अगले तीन दिन लक्ष्मी मां के स्वरूपों और आखिरी के तीन दिन देवी माँ सरस्वती के स्वरूपों की पूजा करते हैं। वर्ष में दो वार शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माँ भगवती दुर्गा के अनुष्ठान आयोजित होते। यह मातृशक्ति के प्रति प्रत्येक भारतीय के मन में विश्वास और सम्मान का प्रतिक हैं। भारतीय परम्परा में नवरात्रि का आयोजन देवी के नौ स्वरूपों के माध्यम से शक्ति, ज्ञान तथा ऐश्वर्य के तीन महत्वपूर्ण पक्षो को प्रगट करता हैं। आदिशक्ति जगत जननी मां दुर्गा प्रतिमा और प्रति माँ में हैं। इसलिए समाज में देवी की प्रतीक महिलाओं के सम्मान के कार्यों को आगे बढ़ाएं, तो वे समाज में नई प्रेरणा बनेंगे। यह कार्य आधी आबादी को स्वावलम्बन की दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं। यह समाज व हम सब की जिम्मेदारी है और चैत्र नवरात्र भी जीवन में हमें इस बात की प्रेरणा देते है कि कोई भी कार्य असम्भव नहीं है, बस बेहतर प्रयास की आवश्यकता है। प्रत्येक क्षेत्र में सम्भावनाएं हैं। उन सम्भावनाओं को समय से चुनते हुए कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। यह सभी कार्य एक सुरक्षित वातावरण में ही सम्भव हैं। इसी विचार के साथ जगज्जननी मां दुर्गा आदिशक्ति माँ भगवती के सभी रूपों की आराधना-उपासना के महापर्व चैत्र नवरात्रि की सभी को अग्रिम हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। जगज्जननी की कृपा सम्पूर्ण विश्व पर बनी रहे और चहुंओर आरोग्यता, खुशहाली और समृद्धि हो माँ भगवती से यही प्रार्थना है। मां अंबे की कृपा संपूर्ण सृष्टि पर बनी रहे। शक्ति स्वरूपा माता जगदंबा की अनुकंपा से सभी का जीवन सुख, शांति एवं आरोग्यता से परिपूर्ण हो। सुख, शांति और समृद्धि की मंगलमय कामनाओं के साथ आप और आप के परिवार को चैत्र नवरात्रि की अग्रिम हार्दिक मंगल कामनाएं। मां अम्बे सभी भक्तों के परिवार को अच्छा स्वास्थ्य, सुख, समृद्धि, वैभव और यश प्रदान करें, मां जगदंबा की कृपा से संपूर्ण विश्व में सद्भावना का संचार हो और जगज्जननी की कृपा चराचर जगत पर बनी रहे, चहुंओर आरोग्यता, खुशहाली और समृद्धि हो, आदिशक्ति माँ भगवती से यही प्रार्थना है।