July 4, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में उमड़ा शिक्षको का सैलाब

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने ज्ञापन सौप मांगे पूरी होने तक डिजिटल अटेंडेंस न देने का किया ऐलान

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ महराजगंज ने प्रबल विरोध कर ज्ञापन सौंपा।
शिक्षको की समस्याओं के समाधान होने तक डिजिटल अटेंडेंस का विरोध किया है। अपनी 14 सूत्रीय मांगों के समर्थन के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष ऋषिकेश गुप्त के आह्वान पर जनपद के शिक्षक, शिक्षिकाए, शिक्षामित्र, अनुदेशक जिला मुख्यालय पर 3:00 बजे सैकड़ों की तादाद में पहुंचे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि जिलाध्यक्ष को भीड़ नियंत्रित करने के लिए सड़क पर घूमना पड़ा। भीड़ जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी मांगों के समर्थन में नारा लगाते हुए पहुंची। जहां जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिला धिकारी मदन मोहन वर्मा ने ज्ञापन प्राप्त किया। वहां शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस बंद करो के नारे लगा रहे थे। उप जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि आपकी मांगे वाजिब है इसे अनिवार्य रूप से शासन तक पहुंचाई जाएगी।अपनी 14 सूत्रीय मांगों को पढ़ते हुए जिलाध्यक्ष ऋषिकेश गुप्त ने कहा कि डिजिटल अटेंडेंस पूरी तरीके से लागू करने से पहले शिक्षकों को हाफ डे लीव दिया जाना आवश्यक है।शिक्षकों को अन्य विभागों की तरह ई एल दिया जाये अथवा डिग्री कॉलेज के शिक्षकों की भांति प्रिविलेज लीव दिया जाए। राजकीय कर्मचारियों की भांति शिक्षा को निःशुल्क/कैशलेश इलाज की सुविधा दी जाए। वर्ष
2016 से बाधित शिक्षक पदोन्नति को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।पुरानी पेंशन को लागू किया जाए। जनपद के भीतर एवम् अंतर्जनपदीय ट्रांसफर को लागू किया जाए जिससे अधिक संख्या में शिक्षक अपने गृह जनपद पहुंच जाए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि किसी शिक्षक की दुर्घटना से मृत्यु होती है तो 01 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाए। शिक्षामित्र, अनुदेशक और कस्तूरबा गांधी विद्यालय के शिक्षको को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। प्रतिकर अवकाश को पुन: लागू किया जाए।ऑनलाइन अटेंडेंस के संबंध में सर्वर क्रैश होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था दिया जाए।
उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग को प्रयोग स्थल बनाकर रख दिया गया है। सिर्फ यही पर डिजिटल अटेंडेंस क्यों जबकि परिषदीय विद्यालय दूर दराज में स्थित है और आवागमन की सुविधा सुगम नहीं है। गुप्त ने कहा कि जब तक हमारी मांगों को मान नहीं लिया जाता है तब तक कोई भी हमारा शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं देगा और न ही विभागीय सिम को रिसीव करेगा। अगर हमारे किसी शिक्षक पर कार्यवाही होती है तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ महराजगंज मोर्चा खोलेगा। इस अवसर पर उ प्र महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष वंदना त्रिपाठी ने कहा कि डिजिटल अटेंडेंस के प्रयोग से सबसे ज्यादा दिक्कत महिला कर्मचारियों को होगी जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

जूनियर शिक्षक संघ के संजय मणि त्रिपाठी, अजय कुमार पाण्डेय, अटेवा से राजेश जायसवाल, शिवशरण सिंह, शिक्षामित्र संघ से राधेश्याम गुप्त भी समर्थन में उपस्थित थे। इस दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के महामंत्री लवकुश वर्मा, जे डी अंसारी, पवन शुक्ल, बृजेंद्र पटेल, विनय सिंह, अभिषेक, रमन,अजय पाल वर्मा, डॉ गिरींद्र नाथ मिश्र, आनंद पाल ,मनोज जायसवाल, राम सूरत प्रसाद,संजय मौर्य,बृजेंद्र पटेल,दिनेश पांडेय, मंतोष, अभय दुबे,संतोष कुमार यादव, अभिषेक जायसवाल,अनामिका, वसीम बानो नेहा सिंह, यंत्री कन्नौजिया सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहें।

You may have missed