भोपाल/मध्यप्रदेश(राष्ट्र की परम्परा)
बात जनवरी 2022 की है मध्य प्रदेश के पत्रकार मनीष वर्मा किसी काम के सिलसिले में पुर्तगाल गए हुयें थे,
सुबह उठकर घूमने जाना उनकी नित्य क्रिया में शामिल था। एक दिन उन्होंने देखा कि सामने काले भूरे रंग पत्थर की चट्टानों के पहाड़ जैसी संरचना बनी हुई है।
पत्रकारिता के पेशे , और स्वभाव से खोजी होने के कारण उन्होंने अपने मित्र से कहा कि पास जाकर देखते हैं,
जाने पर मालूम हुआ कि उनमें छोटी छोटी गुफाएं है, जिनमें एक गुफा सबसे अलग विचित्र दुर्लभं थी उस गुफा के अंदर एक व्यक्ति का जाना भी मुश्किल था, पत्रकार मनीष आगे बढे और अपना सिर उन्होंने गुफा के अंदर डाला, उनके मित्र लगातार सचेत करते रहे सावधान करते रहे कोई अनहोनी ना होने पाये, बाहरी समुद्री जीव जंतु,उनके प्राण संकट मे डाल सकते थे, मगर धुन के पक्के मनीष संकरी गुफा में लेटकर प्रवेश करने में सफल हो गये।
मगर ये क्या ! सामने का दृश्य देखकर उनकी आंखे चौंधिया गई,
आश्चर्य से मिश्रित हर्ष से उनके मुंह से लगभग चीख निकल गई,
हठात उनके मुंख से निकला “हर हर महादेव”, उस गहरे काले पत्थर की गुफा मे झक सफेद शिवलिंग बना हुये था।
गहरे काले पत्थरों से निर्मित उस पर्वत जैसी श्रंखला में गुफा के मध्य सफेद शिवलिंग का मिलना घोर आश्चर्य का विषय है।
यदि भारत सरकार उस सीमित क्षेत्र में पुर्तगाल सरकार से बात करके वहां पूजन के लिए पंडितों की नियुक्ति कर सकें और पुर्तगाल की सरकार इसे पर्यटन स्थल की तरह विकसित करें तो उन्हें आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है, वही दोनों देशों के मध्य संबंध सुधारने का यह एक सुनहरा अवसर होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में दोनों देशों के मध्य डिप्लोमेटिक रिलेशन नहीं है इसीलिए आमतौर
पर भारतीय वहां कम जाते हैं।
आखिर कब सनातन धर्म के लिए मोदी सरकार जागेगी, दो वर्ष पूर्व मध्यप्रदेश के पत्रकार मनीष वर्मा पुर्तगाल में बड़ी खोज की पुर्तगाल में महादेव की खोज न केवल दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण पूर्ण है बल्कि दोनों के मध्य मजबूत सांस्कृतिक संबंधों का निर्माण करेगी ।
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