July 8, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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छात्र छात्राओं ने 59 वाहिनीं सशस्त्र सीमा बल जवानों के साथ किया सीमा क्षेत्र का भ्रमण

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) । 59 वाहिनीं मुख्यालय अगैईया नानपारा कैम्प से सीमा क्षेत्र के सीमा बीओपी शाखा बलाई गांव सीमा क्षेत्र का जवानों के साथ छात्र छात्राओं ने किया भ्रमण ,सीमा पर देखे सीमा स्तंभ और घूमें सीमा चौकी परिक्षेत्र इस दौरान बच्चे काफी उत्साहीत दिखे । बताते चलें की शस्त्र सीमा बल 59 वाहिनी के तत्वावधान में बीओपी कैम्प के सहायक कमान्डेंट गौतम शर्मा के नेतृत्व में आदर्श विद्या मन्दिर प्रबन्धक बच्छराज यादव कटरा चर्दा के द्वारा छात्र छात्राओं को सीमा व बीओपी कैम्प का भ्रमण कराया ,इस दौरान सहायक कमान्डेंट गौतम शर्मा ने बच्चों के साथ एसएसबी के इतिहास से सम्बन्धित चर्चा की बच्चों को सीमा के बारे में जानकारी दी गई शस्त्र सीमा बल के इतिहास वह कार्य के बारे में जानकारी दी तथा सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डाग स्क्वायड के बारे में भी जानकारी दी गईं । डाग स्क्वायड कैसे काम करते हैं उसकी जानकारी दी गई। इस दौरान सहायक कमान्डेट गौतम शर्मा ने बच्चों को बताया की 1963 में स्थापना हुई एसएसबी से लोगों को जोड़ने के लिए एसएसबी का गठन किया गया । कारगिल की लड़ाई के दौरान भारत सरकार ने एसएसबी की क्षमता में वृद्धि की नेपाल और भूटान की सीमा की जिम्मेदारी एसएसबी को दी गई 17 सौ 51 किलोमीटर नेपाल की सीमा 700 किलोमीटर भूटान की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसएसबी को दी गई, देश विरोधी व्यक्ति व अवैध सामान नेपाल से न आने पाये और न जाने पाये एवं राष्ट विरोधी गतिविधियों को रोकना बच्चों में एक कर्त्तव्य भाव पैदा करना एसएसबी का उद्देश्य है किसी को कोई क्षति न पहुंचे यहीं हमारा लक्ष्य है । इस दौरान बच्चों को बीओपी कैम्प में मौजूद शस्त्रों की प्रदर्शनी दिखाई गई । डाग स्क्वायड रैनी राक ने विस्फोटक की पहचान व नशीली पदार्थ की पहचान का प्रदर्शन छात्र छात्राओं को दिखाया गया। इस सीमा भ्रमण के दौरान शस्त्र सीमा बल 59 वाहिनी के सहायक कमान्डेंट गौतम शर्मा, निरीक्षक सुरेन्द्र पाल, सहायक उप निरीक्षक शयामल लश्कर, मुख्य आरक्षी जाधव दीपक, मुख्य आरक्षी राज कुमार रघुवंशी, मुख्य आरक्षी सिकंदर हुसैन , श्याम कुमार दास, आरक्षी कुंवर सिंह, आरक्षी चौधरी राजू भाई समाजसेवी धीरेन्द्र शर्मा जमील अंसारी सहित मौजूद रहे।