
बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)। , बजाज हिन्दुस्तान शुगर लिमिटेड (बजाज शुगर) और एवरएनवायरो प्राइवेट लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में सीबीजी (संपीड़ित बायोगैस) संयंत्र स्थापित करने के लिए हाथ मिलाया है।
बजाज हिंदुस्तान शुगर अपनी 14 शुगर मिलों से वर्तमान में प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख मीट्रिक टन उत्पादन करती है। जो संभावित रूप से 70 मीट्रिक टन प्रतिदिन प्रतिदिन की कुल क्षमता वाले सीबीजी संयंत्र स्थापित करने में मदद कर सकता है।
बजाज शुगर पेराई क्षमता के मामले में एशिया की सबसे बड़ी मालिक है और विश्व स्तर पर सबसे बड़ी पेराई क्षमता में से एक है।
बजाज समूह के अध्यक्ष, कुशाग्र बजाज के कार्यालय ने कहा, “बजाज समूह अब 90 वर्षों से अधिक समय से व्यवसाय में है और उनका ध्यान हमेशा राष्ट्र निर्माण पर रहा है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने के देश के उद्देश्य के अनुरूप सीबीजी संयंत्रों की स्थापना और नवीकरणीय गैस के रूप में सीबीजी के उत्पादन को बढ़ावा और प्रोत्साहित कर रही है। सीबीजी विभिन्न अपशिष्ट धाराओं से प्राप्त एक पर्यावरण-अनुकूल ईंधन है। चीनी मिलों से निकलने वाली प्रेस-मड एक ऐसा मुख्य उप-उत्पाद है जिसका उपयोग बजाज शुगर हरित ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए करना चाहता है।’
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