June 19, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल बनकटा भैसही में मना 75वां गणतंत्र दिवस समारोह

भाटपार रानी/देवरिया
(राष्ट्र की परम्परा)

विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस समारोह बनकटा ब्लॉक के जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया | जहां 75 वें गणतंत्र दिवस की खुशी बच्चो में देखने लायक थी | कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के संरक्षक श्री व्यास मुनि द्विवेदी व रिटायर्ड कैप्टन द्विजेंद्र पांडे द्वारा झंडारोहण करके किया गया | विद्यालय के छात्र छात्राओं ने राष्ट्र गान, राष्ट्र गीत और झंडा गीत गाकर कार्यकम को आगे बढ़ाया | समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में सांभवी पीठाधीश्वर आनंद स्वरूप महाराज ने अपनी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाई | वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रामनरेश सिंह कुशवाहा ने की जो विद्यार्थियों से अपने विचार भी साझा किए | विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया और उपस्थित लोगो से तालियां बटोरी। वहीं गीत, नृत्य, वक्तव्य, चुटकुले और नाटक से कार्य क्रम ने सबके मन पे अपनी गहरी छाप छोड़ी |

मुख्य अतिथि आनंद महाराज ने विद्यार्थियों के जीवन में अनुशासन की भूमिका पर अपनी बात रखी और साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को अपने माता पिता सहित, पूरे परिवार और पूरे समाज की सेवा करने का संदेश दिया | साथ ही बच्चों के उल्लास को देखते हुए उन्होंने विद्यालय को वॉलीबॉल, बैडमिंटन और फुटबॉल किट देने का वादा किया जिससे विद्यार्थियों का खेल में रुझान और बढ़े और वे शिक्षा प्राप्त करने के साथ साथ समन्वय और खेल भावना भी सीखें|
प्रधानाचार्य मदन मोहन द्विवेदी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया और मुख्य अतिथि सहित समारोह में उपस्थित क्षेत्र के गणमान्य लोगों और अभिभावक जन का स्वागत किया | विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला | इसके साथ ही उन्होंने सभी विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा और पाठ्य क्रमेत्तर क्रियाकलापों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु प्रोत्साहित किया | आगामी 25 वर्ष जिन्हे देश अमृत काल के रूप में मना रहा है, उसमे अभी पढ़ रहे सभी विद्यार्थियों का योगदान कितना महत्वपूर्ण होगा, इस विषय पर भी उन्होंने चर्चा की | क्षेत्र के सभी विद्यार्थियों को शुभकामना देते हुए उन्होंने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और एक बार पुनः सभी को भारतीय संविधान निर्माताओं के आदर्शो का अनुसरण करने की कामना करते हुए अपनी बात समाप्त की |