
मईल/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)।मईल व सलेमपुर क्षेत्र के लिंक सड़कों की दशा बहुत ही खराब स्थिति में है यह सड़कें चलने लायक नहीं है आए दिन सड़कों पर कोई न कोई दुर्घटनाएं घटित होती रहती है वाहनों के साथ-साथ पैदल चलना भी इन सड़कों परमुश्किल है ।फिर भी जनप्रतिनिधियों एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की नजर में यह सड़कें चलने लायक है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राम जानकी बरेजी मार्ग से पिपरा रामधर होते हुए सलेमपुर को जाने वाली मार्ग सलेमपुर तक सिंगल मार्ग समतल नहीं है यह सड़क चिप्पी मार सड़क के रूप में प्रचलित हो गई है सड़क का कोई भी हिस्सा समतलनहीं होने के कारण चलने लायक नहीं है। यह सड़क विगत 4 से 5 वर्षों पूर्व प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत निर्माण किया गया था निर्माण के 15 दिनों बाद से ही सड़क पर चिप्पी मार योजनाका क्रम कभी भीटूटा नहीं है औरयह सड़क चलने लायकनही है इसी क्रम में चेरोगांव से लेकर भेड़िया गांव को संपर्क करने वाली सड़क की सारी गित्तिया उखड़ कर सड़कों से नीचे चली गई हैं बीच में बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं इन गड्ढों में चलना ट्रैक्टर ट्राली के अलावा कोई भी वाहन आ जा नहीं सकता है इसी संपर्क मार्ग पर भेड़िया से लेकर चांद पलिया एवं सलेमपुर को जोड़ने वाली मार्ग गड्ढे में तब्दील हो गई है ।सड़क पर गिट्टीया को बिखर गई हैं पीचका कहीं दर्शन नहीं है लोक निर्माण विभाग को इससड़क कोचलने लायक बनाने का हिस्सा बनना कठिन समझ में आ रहा है इसी क्रम में चेरो चौराहे से लेकर माथापार ,इटहुवा,चंदौली एवं ठाकुर गौ री होते हुए जाने वाली सड़क भी खंडहर होकर अपने भाग्य का रोना रो रही है इन सड़कों पर चलना आसान नहीं है यह सड़कें अपने भाग्य पर आंसू बहा रही है इस केमार्ग के निर्माण के संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंतासे फोन से बात करने का प्रयास कियागया लेकिन फोन स्विच ऑफ रहा।
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