उतरौला, बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा) तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा बभनी बुजुर्ग व तिलखी बढ़या में स्थित अस्थाई गौशाला तो बना दिया गया किन्तु ऊबड़ खाबड़ रास्ते से ही आवागमन होता है। कच्चे व गड्ढायुक्त मार्ग होने से वहां तक पहुंचने में आमजन सहित अधिकारियों को भी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ से बचने के लिए सभी गांव के लोग मिलकर इस बंधे का निर्माण किया गया था ताकि आने जाने के लिए सड़क तथा बाढ़ से बचाव करेगा। अब गौशाला भी बन गया अधिकारियों का आवागमन व गौशाला के लिए भूसा,चारा तथा निर्माण कार्य के लिए सामग्री सब इसी कच्ची सड़क से होकर गुजरना पड़ता है और कई गांव के लोगो का आना जाना इसी रास्ते से होता है क्योंकि गनियारी के नाम से विख्यात लगभग हजारों एकड़ में फैला हुआ है जिसमे दर्जनों गांव की जमीन है गेंहू बुवाई कटाई धुलाई इसी कच्चे रास्ते से होता है। आजादी से लेकर अब तक किसी जनप्रतिनिधि ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया जबकि तिलखी बभनी के दोनो गौशाला को होते हुए सिंगार जोत मुख्य मार्ग को भी यह सड़क जोड़ता है।ग्रामीण गोपाल चौधरी, अर्जुन भारती, राम शब्द, कल्लू साहू, भगवत प्रसाद मिश्र, वेद व्रत मिश्र, राधे श्याम यादव आदि ने संबधित अधिकारियो से पक्की सड़क बनवाने की मांग की है।
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