
कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत युवाओं में उन्मुखीकरण कार्यक्रम हेतु सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह द्वारा, शनिवार को बुद्ध डिग्री कॉलेज कुशीनगर में छात्रों से संवाद स्थापित किया गया व उन्हें संबोधित किया गया।
इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए पूर्व डीजीपी ने बताया कि, देश में बनाई गई योजनाओं के केंद्र में युवा ही रहते हैं । उन्होनें कहा आज के दौर में जब सरकारी नौकरियां सीमित है तो प्राइवेट सेक्टर में भी रोजगार के अवसर हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में उद्योगों की स्थापना हेतु आधारभूत संरचना को लेकर क्या कमी है उस पर ध्यान दिया जा रहा है, जिससे यहां निवेशक आकर निवेश कर सकें व स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया करवाई जा सके। पूर्व डीजीपी ने बताया कि प्राइवेट कंपनी के द्वारा उत्पन्न रोजगार हमारे ही युवाओं को मिले। उन्होंने बताया कि निजी कंपनियों द्वारा विभिन्न श्रेणी की नौकरियां उपलब्ध कराई जाती है जिसमें स्किल्ड, अनस्किल्ड इंजीनियर व अन्य कैटेगरी शामिल है। हमें अपने युवाओं को उन सारे क्षेत्रों हेतु तैयार करना होगा, उनमें क्षमता का विस्तार करना होगा।
पूर्व डीजीपी ने बताया कि उद्योगों की स्थापना हेतु पूर्वांचल और बुंदेलखण्ड हमेशा से पिछड़ा रहा है। और उद्योगों की स्थापना वही होती है जहां इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो। इस क्रम में सड़कों की सुविधा का बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कई सारे एक्सप्रेस वे बनाए गए हैं। जनपद कुशीनगर की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है, तथा पर्यटन से जुड़े व्यवसाय की यहां असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि बुद्धिज्म का प्रसार कई देशों में होने के कारण विदेशी कंपनियों के द्वारा व्यापक पैमाने पर कुशीनगर में निवेश की संभावनाएं हैं।
पूर्व डीजीपी ने बताया कि जिला स्तर पर कई सारे कौशल विकास के कार्यक्रम चल रहे हैं, तथा निवेश सारथी और निवेश मित्र पोर्टल का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उसके तहत भी निवेशकों को तैयार किया जा रहा है। कुशीनगर का जिक्र करते हुए पूर्व डीजीपी ने बताया कि एक जनपद एक उत्पाद के रूप में केला यहां मुख्य है। केले के रेशे से बहुत सारी चीजें बनाई जा सकती हैं।
युवाओं के उन्मुखीकरण कार्यक्रम में छात्राओं की उपस्थिति देख पूर्व डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की आर्थिक आजादी काफी जरूरी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि पढ़ने में ध्यान लगाएं। इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से मिले अवसर का फायदा उठाना है। भविष्य में यही छात्र/छात्राएं हमारे ब्रांड एंबेसडर हो सकते हैं। इस क्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी पूर्व डीजीपी ने दिया।
इससे पहले गोरखपुर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शाश्वत त्रिपुरारी ने ओरियंटेशन कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए बताया कि, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्देश्य स्वरोजगार और व्यापार के माध्यम से विकास है। जिन लोगों ने अपने भविष्य के बारे में सोच रखा है, उन्हें इस प्रकार के समिट से एक आइडिया मिलेगा। इस क्रम में उन्होंने गुड गवर्नेंस, युवाओं हेतु योजनाओं की चर्चा आदि भी की तथा यह भी बताया कि इस प्रकार के आयोजन से धन का प्रवाह समाज के निचले स्तर तक भी पहुंचेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी ने अपने अनुभव साझा करने के लिए पूर्व डी जी पी का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि निवेश का मतलब रोजगार सृजन है, और रोजगार जब सृजित होगा तो उसे भरने हेतु युवा आगे आएंगे। उन्होंने बताया कि युवाओं को इस बात के लिए जागरूक होना होगा कि शहर,देश और दुनिया में क्या हो रहा है। जनपद कुशीनगर का जिक्र करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि अभी तक यहां 3000 करोड़ से ज्यादा का निवेश के प्रस्ताव आ चुके हैं, जिससे 15000 रोजगार सृजन की संभावना है व 97 कंपनियों द्वारा अभी तक एमओयू पर हस्ताक्षर भी हो चुका है।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग सतीश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी रामजियावन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक रविंद्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार व प्राचार्य बुद्धा पीजी कॉलेज मौजूद थे।
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