
नयी दिल्ली एजेंसी। दिल्ली के 250 वार्डों के लिए मतदान की शुरुआत सुबह आठ बजे से हो गई है। मतदान शाम 5:30 बजे तक किए जाएंगे। दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर होने वाले चुनाव के लिए 13,638 मतदान केंद्र और 68 पिंक पोलिंग बूथों पर वोटिंग हो रही है। इस बार चुनाव में 1336 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिसमें 709 महिला प्रत्याशी हैं। नगर निगम चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत हो गई है। रविवार होने के कारण सुस्ती के साथ लोग घरों से निकलकर मतदान केंद्रों तक पहुंच रहे है और अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे है।
दिल्ली में 104 सीटें पुरुषों के लिए रिजर्व है जबकि 104 सीट महिलाओं के लिए रिजर्व है। वहीं, 42 सीट एससी के लिए आरक्षित हैं। इन सीटों के लिए आज कुल 1,46,73,847 मतदाता वोट देंगे। इसमें 79,86,705 पुरुष व 66,86,081 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। दिल्ली एमसीडी पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। जानकारी के मुताबिक भाजपा 2007 से एमसीडी की सत्ता में है और चौथी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। हालांकि इस बार एमसीडी चुनाव कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच है। भाजपा और ‘आप’ के 250 उम्मीदवार आज चुनाव मैदान में है जबकि कांग्रेस के केवल 247 उम्मीदवार अपनी किस्मत निगम चुनावों में आजमा रहे है।
ईसीआईएल कंपनी द्वारा तैयार एम-2 मॉडल की ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया है। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र ऐसा है जिसका संचालन महिला अधिकारियों द्वारा हो रहा है। जानकारी के मुताबिक इस बार मतदान केंद्रों की संख्या करीब 13,665 होगी जबकि 2017 में मतदान केंद्रों की संख्या 13,138 थी। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार इस चुनाव में किसी उम्मीदवार द्वारा खर्च की अधिकतम सीमा आठ लाख रुपये तय की गई है।
दिल्ली नगर निगम में कुल 250 वार्ड हैं। दिल्ली नगर निगम के चुनाव इसी साल अप्रैल में होने थे। दिल्ली निर्वाचन आयुक्त एस के श्रीवास्तव चुनाव के कार्यक्रम की आठ मार्च को घोषणा करने वाले थे। लेकिन तीनों नगर निकायों के एकीकरण की केंद्र की योजना के कारण चुनाव टाल दिए गए थे। इस साल मई में केंद्र ने तीनों नगर निकायों का एकीकरण किया और जुलाई 2022 में वार्ड के परिसीमन की कवायद शुरू की गई थी। करीब 40,000 पुलिसकर्मी, 20,000 होमगार्ड और अर्द्धसैनिक तथा राज्य सशस्त्र पुलिस बलों की 108 कंपनी को तैनात किया गया है। पुलिस के मुताबिक संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 60 ड्रोन से नजर रखी जा रही है। एहतियात के तौर पर पुलिस निरीक्षकों को गिरोहों के झगड़ों या सांप्रदायिक रूप ले सकने वाले किसी संघर्ष से संबंधित कोई भी फोन कॉल आने पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। जोन-1 में विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने बताया।
वर्ष 1958 में स्थापित एमसीडी को 2012 में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान तीन भागों में विभाजित किया गया था। इसके बाद से दिल्ली में तीन नगर निगम हुआ करते थे जिनमें नॉर्थ, साउथ और इस्ट थे। लेकिन अब एक ही नगर निगम है। एमसीडी चुनाव को लेकर 50% सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। तीन निगमों में 272 नगर निगम की सीटें हुआ करती थी। हाल ही में तीनों नागरिक निकायों को मिलाकर फिर से एक कर दिया गया, जिसके बाद सीटों की संख्या घटकर 250 रह गई है।
नगर निगम चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पीयूष गोयल, अनुराग ठाकुर, मनोहर लाल खट्टर और पुष्कर सिंह धामी जैसे भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रचार किया। भाजपा पर पलटवार करते हुए, केजरीवाल ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। ‘आप’ ने दिल्ली के गाजीपुर, ओखला और भलस्वा में तीन कूड़े के पहाड़ों (लैंडफिल) को हटाने में उनकी ‘‘विफलता’’ को लेकर कई बार भाजपा पर निशाना साधा। ‘आप’ और भाजपा दोनों ने विश्वास जताया है कि वे एमसीडी चुनावों में बहुमत के साथ जीत दर्ज करेंगे। जनता दल (यूनाइटेड), ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, स्वराज इंडिया और बहुजन समाज पार्टी जैसी पार्टियां भी चुनाव मैदान में हैं। एमसीडी चुनाव के लिए मतगणना सात दिसंबर को होगी।
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