केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर हमला, चुनाव आयोग पर आरोपों को बताया नाटक - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

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केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर हमला, चुनाव आयोग पर आरोपों को बताया नाटक

नई दिल्ली(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाने के लिए राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्होंने न तो संविधान पढ़ा है और न ही उसका सम्मान करते हैं।

मीडिया से बातचीत में रिजिजू ने तंज कसते हुए कहा, “मेरे पास राहुल गांधी को सुधारने की कोई दवा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उन्हें होश में आना चाहिए।” उन्होंने कांग्रेस में मौजूद अनुभवी और बुद्धिमान नेताओं से अपील की कि वे राहुल गांधी को सद्बुद्धि दें।

रिजिजू बिहार में मतदाता सूची से जुड़े विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे, जिसमें अदालत ने चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में किए गए संशोधनों को सही ठहराया था। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया था कि आधार कार्ड नागरिकता का निर्णायक प्रमाण नहीं है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि एसआईआर की प्रक्रिया आज़ादी के बाद से लागू है और इसका उद्देश्य मृत मतदाताओं के नाम हटाकर नए मतदाताओं को जोड़ना है। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा, “चुनाव आयोग का यह नियमित काम है, तो फिर वे चाय पीने का नाटक क्यों कर रहे हैं?”

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार में कुछ ऐसे मतदाताओं के साथ चाय पीते हुए एक वीडियो साझा किया था, जिन्हें चुनाव आयोग ने मृत घोषित कर दिया था। वीडियो में इन मतदाताओं ने बताया कि कैसे एसआईआर प्रक्रिया के बाद उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए। राहुल गांधी ने इसे “अनूठा अनुभव” बताते हुए चुनाव आयोग को तंज के साथ धन्यवाद दिया था।

रिजिजू ने कहा कि चुनाव आयोग के पास मतदाता सूची तैयार करने और संशोधित करने के लिए तय नियम व दिशानिर्देश हैं। हर राज्य में निर्वाचन अधिकारी होते हैं जो राज्य सरकार के अधीन रहते हुए चुनाव आयोग की ओर से यह प्रक्रिया पूरी करते हैं। उन्होंने दोहराया कि मृत मतदाताओं के नाम हटाना और नए नाम जोड़ना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अनिवार्य जिम्मेदारी है।