July 14, 2025

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राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को किया नामित


उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला, डॉ. मीनाक्षी जैन और सी. सदानंदन मास्टर को मिली उच्च सदन की सदस्यता

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार, 12 जुलाई 2025 को राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित किया है। ये नामांकन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किए गए हैं, जिसमें राष्ट्रपति को साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा के क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि रखने वाले व्यक्तियों को राज्यसभा में मनोनीत करने का अधिकार है।

नामित किए गए चारों व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते हैं—

  1. उज्ज्वल निकम (प्रख्यात वकील)
    उज्ज्वल निकम देश के सबसे चर्चित और वरिष्ठ सार्वजनिक अभियोजकों में से एक हैं। उन्होंने 1993 मुंबई ब्लास्ट, 26/11 मुंबई हमले, प्रज्ञा ठाकुर केस जैसे अनेक हाई-प्रोफाइल मामलों में सरकार की ओर से पैरवी की है। उनके नाम कई ऐतिहासिक फैसले दर्ज हैं और न्यायपालिका में उनका अनुभव असाधारण माना जाता है।
  1. हर्षवर्धन श्रृंगला (पूर्व विदेश सचिव एवं राजनयिक)
    पूर्व विदेश सचिव और अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके हर्षवर्धन श्रृंगला ने देश की कूटनीति को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत किया है। भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ और ‘एक्ट ईस्ट’ नीतियों के कार्यान्वयन में उनकी भूमिका अहम रही है।
  1. डॉ. मीनाक्षी जैन (इतिहासकार)
    डॉ. मीनाक्षी जैन इतिहास की प्रसिद्ध विद्वान हैं और उन्होंने भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता पर गहन शोध किया है। उनकी पुस्तकें ‘राम और अयोध्या’, ‘सत्य की खोज में’ जैसी कृतियों के माध्यम से ऐतिहासिक दृष्टिकोण को नया विमर्श मिला है।
  1. सी. सदानंदन मास्टर (शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ता, केरल)
    सी. सदानंदन मास्टर ने केरल में सामाजिक उत्थान और वंचित वर्गों के लिए शिक्षा की अलख जगाई है। वे विशेष रूप से अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के बीच शिक्षा को लेकर किए गए कार्यों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जीवन समाज सेवा की मिसाल है।

इन नियुक्तियों के साथ राज्यसभा में विशेषज्ञता और अनुभव की एक नई ऊर्जा का संचार होगा। यह कदम न केवल उच्च सदन को सशक्त करेगा बल्कि देश के नीति निर्माण में भी सकारात्मक भूमिका निभाएगा।