July 12, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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सावन के प्रथम दिन उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, बाबा हंसनाथ धाम सोहगरा में गूंजे बोल बम के जयकारे

(भाटपार रानी से बृजेश मिश्र की रिपोर्ट )
भाटपार रानी/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) सावन मास के पहले ही दिन शुक्रवार को आस्था और श्रद्धा का अद्भुत संगम उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा पर स्थित पौराणिक शिवधाम बाबा हंसनाथ धाम, सोहगरा में देखने को मिला। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने मंदिर परिसर को भक्तिमय बना दिया। बोल बम के नारों से गूंजते वातावरण में दूर-दराज से आए हजारों भक्तों ने बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।

असुरराज बाणासुर से जुड़ा है मंदिर का इतिहास

बाबा हंसनाथ धाम को लेकर कई पौराणिक किवदंतियां प्रचलित हैं। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण असुरराज बाणासुर ने कराया था। स्थानीय बुजुर्गों और विद्वानों के अनुसार, यह मान्यता पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। बताया जाता है कि बाणासुर की राजधानी शोणितपुर थी, जो वर्तमान समय में देवरिया जनपद के सोहनपुर के नाम से जानी जाती है।

सोहनपुर के निकट स्थित कोठा गांव में आज भी बाणासुर काल के मंदिरों के अवशेष मौजूद हैं। यह क्षेत्र धार्मिक और पुरातात्विक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। बारिश के दिनों में बाबा हंसनाथ धाम के समीप स्थित बगिया में बहती मिट्टी से लोगों को प्राचीन स्वर्ण आभूषण व रत्न मिलने की बातें स्थानीय लोग आज भी साझा करते हैं।

सुबह तीन बजे से शुरू हुआ दर्शन

अधिकमास और सावन दोनों की शुरुआत के साथ आज शुक्रवार को बाबा के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की कतारें भोर तीन बजे से ही लगनी शुरू हो गई थीं। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर दर्शन किए, जल व दुग्ध से शिवलिंग का अभिषेक कर मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना की। पुरुष, महिलाएं, युवा व बुजुर्ग सभी ने भक्ति भाव से जल अर्पित किया।

पूरे सावन माह चलेगा श्रद्धालुओं का तांता

स्थानीय प्रशासन एवं मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए उचित प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ पीने के पानी, प्राथमिक उपचार और छायादार विश्राम स्थलों की भी व्यवस्था की गई है। ऐसा अनुमान है कि पूरे सावन मास में लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन को यहां पहुंचेंगे।