
औरंगाबाद(राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
शहर के जय मां कॉलोनी मुहल्ले में सोमवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना घटी। यहां 35 वर्षीय महिला रानी कुमारी, जो मूल रूप से पटना जिले के बद्दोपुर निवासी मंटू कुमार सिंह की पत्नी थीं, ने अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली।
जानकारी के अनुसार, मृतका का मायका रफीगंज प्रखंड के बलवंत बिगहा गांव में है। रानी कुमारी का पति दिल्ली की एक निजी कंपनी में नौकरी करता है, जबकि रानी अपने बेटे और बेटी को पढ़ाने के लिए औरंगाबाद शहर में किराए के कमरे में रह रही थी।
सोमवार सुबह वह रोज़ की तरह बच्चों को स्कूल छोड़कर लौटी। घर पहुंचते ही कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और पंखे से दुपट्टा के सहारे फांसी लगा ली। जब काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली, तो पड़ोसी ने खिड़की से झांका तो देखा कि रानी का शव पंखे से झूल रहा है। शोर मचने पर लोग इकट्ठा हुए और उसे नीचे उतारा। आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का कहना है कि रानी और उसके पति मंटू कुमार सिंह के बीच उधार लिए गए पैसे को लेकर फोन पर विवाद हुआ था। विवाद के बाद ही उसने यह कदम उठाया। हालांकि, मृतका के मायकेवालों ने आशंका जताई है कि मामला आत्महत्या भी हो सकता है और हत्या भी। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
पुलिस की जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।
इस घटना ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। मासूम बच्चों की आंखों के सामने मां का यूं दुनिया छोड़ जाना सभी को गहरे आघात में डाल गया है।
औरंगाबाद। शहर के जय मां कॉलोनी मुहल्ले में सोमवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना घटी। यहां 35 वर्षीय महिला रानी कुमारी, जो मूल रूप से पटना जिले के बद्दोपुर निवासी मंटू कुमार सिंह की पत्नी थीं, ने अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली।
जानकारी के अनुसार, मृतका का मायका रफीगंज प्रखंड के बलवंत बिगहा गांव में है। रानी कुमारी का पति दिल्ली की एक निजी कंपनी में नौकरी करता है, जबकि रानी अपने बेटे और बेटी को पढ़ाने के लिए औरंगाबाद शहर में किराए के कमरे में रह रही थी।
सोमवार सुबह वह रोज़ की तरह बच्चों को स्कूल छोड़कर लौटी। घर पहुंचते ही कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और पंखे से दुपट्टा के सहारे फांसी लगा ली। जब काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली, तो पड़ोसी ने खिड़की से झांका तो देखा कि रानी का शव पंखे से झूल रहा है। शोर मचने पर लोग इकट्ठा हुए और उसे नीचे उतारा। आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का कहना है कि रानी और उसके पति मंटू कुमार सिंह के बीच उधार लिए गए पैसे को लेकर फोन पर विवाद हुआ था। विवाद के बाद ही उसने यह कदम उठाया। हालांकि, मृतका के मायकेवालों ने आशंका जताई है कि मामला आत्महत्या भी हो सकता है और हत्या भी। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।
इस घटना ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। मासूम बच्चों की आंखों के सामने मां का यूं दुनिया छोड़ जाना सभी को गहरे आघात में डाल गया है।
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