Ukraine Russia War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने क्रिसमस के मौके पर रूस और उसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बेहद भावनात्मक और तीखा संदेश दिया है। क्रिसमस ईव पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक वीडियो संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि रूस चाहे कितने भी हमले कर ले, वह यूक्रेनी जनता की आस्था, एकता और हौसले को कभी नहीं तोड़ सकता।
यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब रूस ने क्रिसमस से ठीक पहले यूक्रेन के कई इलाकों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे।
बिना नाम लिए पुतिन पर सीधा हमला
अपने संदेश में जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम नहीं लिया, लेकिन इशारा बिल्कुल साफ था। उन्होंने कहा,
“आज हर यूक्रेनी के दिल में एक ही भावना है और सबकी एक ही इच्छा है कि वह व्यक्ति खत्म हो जाए, जो इस युद्ध और तबाही का जिम्मेदार है।”
जेलेंस्की के इस बयान को सीधे तौर पर पुतिन के खिलाफ दुआ और प्रतीकात्मक हमला माना जा रहा है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है।
क्रिसमस से पहले रूस के हमलों से बढ़ा आक्रोश
यूक्रेनी राष्ट्रपति का यह संदेश रूस की ओर से किए गए भीषण हमलों के बाद आया। रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल, किंझाल हाइपरसोनिक हथियार और सैकड़ों शाहेद ड्रोन से यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बनाया। इन हमलों में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई, जबकि कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने त्योहारों के पवित्र दिनों में भी आम नागरिकों को नहीं बख्शा।
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जेलेंस्की बोले – यूक्रेन बदले की नहीं, शांति की लड़ाई लड़ रहा
क्रिसमस संदेश में जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन बदले की भावना से नहीं लड़ रहा है। उन्होंने कहा,
“हम शांति के लिए लड़ रहे हैं, शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और न्यायपूर्ण व स्थायी शांति पाने का पूरा अधिकार रखते हैं।”
उन्होंने ईश्वर से यूक्रेन के लिए न्याय और स्थायी शांति की कामना भी की।
20-सूत्रीय शांति योजना और डोनबास पर प्रस्ताव
क्रिसमस संदेश के बाद मीडिया से बातचीत में जेलेंस्की ने यूक्रेन की 20-प्वाइंट पीस प्लान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि युद्ध समाप्त करने का वास्तविक रास्ता निकलता है तो यूक्रेन पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र डोनबास से अपनी सेना हटाने पर विचार कर सकता है।
हालांकि उन्होंने शर्त रखी कि रूस को भी उसी क्षेत्र से अपनी सेना वापस बुलानी होगी, पूरे इलाके को डिमिलिट्राइज्ड ज़ोन घोषित किया जाए और वहां अंतरराष्ट्रीय शांति बल तैनात हों।
रूस की सख्त शर्तें, कीव का साफ इनकार
फिलहाल रूस ने कब्जे वाले इलाकों से पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिए हैं। रूस लुहांस्क और डोनेत्स्क के बड़े हिस्सों पर नियंत्रण बनाए हुए है। पुतिन यूक्रेन से डोनबास छोड़ने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कीव ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
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