23 से 30 नवम्बर तक मनाया जाएगा पखवाड़े का सेवा प्रदायगी चरण
देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। छोटा परिवार खुशहाली का आधार है । बढ़ती महंगाई में सीमित परिवार रख कर बच्चों और परिवार को बेहतर भविष्य दिया जा सकता है । मातृ शिशु स्वास्थ्य को बनाए रखने में और मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने में परिवार नियोजन की अहम भूमिका है । यही वजह है कि जिन लोगों को परिवार पूरा हो गया है वह नसबंदी का स्थायी साधन अपना सकते हैं । ऐसे लोगों को 23 नवम्बर से 30 नवम्बर के बीच महिला और पुरुष नसबंदी पखवाड़े के सेवा प्रदायगी चरण के तहत निर्धारित सेवा दिवस के रूप में 16 मौके मिलेंगे । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने दी ।
सीएमओ ने बताया कि एसीएमओ आरसीएच डॉ संजय चंद की देखरेख में नसबंदी के निर्धारित सेवा दिवस के लिए टीम गठित कर दी गयी है । आशा, एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मी लोगों को जागरूक कर परिवार नियोजन में भागीदारी निभाने को राजी कर रहे हैं। ‘बॉस्केट ऑफ च्वाइस’ परिवार नियोजन के सभी साधनों की जानकारी है, जिसमें से मनपसंद साधन लक्षित दंपति चुनाव कर सकता है। साथ ही परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी और अस्थायी साधन आईयूसीडी व त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन के इच्छुक लाभार्थियों की सूची भी बनायी जा रही है। इस कार्य में यूपीटीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ तकनीकी सहयोग कर रहे हैं । महिला नसबंदी करवाने पर लाभार्थी को 2000 रुपये और पुरुष नसबंदी करवाने पर लाभार्थी को 3000 रुपये देने का प्रावधान है । प्रत्येक ब्लाक से करीब 30 लाभार्थी का लक्ष्य दिया गया है। सीएमओ ने बताया कि जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को तीन लाभार्थी को नसबंदी सेवा दिलाने का लक्ष्य दिया है।
यहां होंगे निर्धारित सेवा दिवस के आयोजन
23 नवम्बर को गौरीबाजार और तरकुलवा स्वास्थ्य केंद्र पर
24 नवम्बर को माझगवा, बरहज पथरदेवा स्वास्थ्य केंद्र पर
24 नवम्बर को रामपुर कारखाना स्वास्थ्य केंद्र पर
25 नवम्बर को रामपुर कारखाना स्वास्थ्य केंद्र पर
28 नवम्बर को रुद्रपुर, सलेमपुर, भटनी और बनकटा स्वास्थ्य केंद्र पर
29 नवम्बर को भलुअनी, भागलपुर, लार और बैतालपुर स्वास्थ्य केंद्र पर
30 नवम्बर को भाटपाररानी स्वास्थ्य केंद्र पर
इसके आलावा सप्ताह में एक दिन हर सीएचसी पर सेवा दिवस आयोजित किए जाते हैं।
प्रत्येक आशा का दायित्व
  सीएमओ ने बताया कि जिले की समस्त स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रत्येक गुरूवार को अन्तराल दिवस, माह की एक, नौ, सोलह, चौबीस तारीख को मनाए जाने वाले पीएमएसए डे पर एक योग्य लाभार्थी को त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन और एक लाभार्थी को आईयूसीडी की सेवा देना अनिवार्य होगा। साथ ही प्रति माह प्रत्येक हेल्थ विजिटर, एएनएम और आशा को एक नसबंदी करवाना अनिवार्य किया गया है।इंटरलॉकिंग, नाला निर्माण, गौशाला व पोखरा सुंदरीकरण जैसी योजनाएं देंगी मऊ को नई पहचान मऊ…
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