तिब्बत मुक्ति के लिए भारत में खड़ा हो बड़ा जनांदोलन: प्रो. सोलंकी

जी-20 में चीन से हो तिब्बत स्वतंत्रता की बात: तोमर

देवतुल्य कार्यकर्ताओं से बने इस थिंक-टैंक का लाभ ले मोदी सरकार: प्रो. जुयाल

बीटीएसएस के दो साल पूरे होने पर आयोजित हुआ ई-सम्मेलन

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा)। हरियाणा व त्रिपुरा के राज्यपाल रहे भाजपा के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि देश की प्रगति सही दिशा में है लेकिन समय अब यह विचार करने का है कि
चीन से देश की अपनी सुरक्षा के लिए तिब्बत को स्वतंत्र कराने में भारत को लगना होगा। सरकार भी इस आवश्यकता और जन आकांक्षा को तभी समझेगी, जब इसके लिए देश में बड़ा जनांदोलन खड़ा होगा। वर्तमान सरकार जिस प्रकार की है, वह यह कार्य करने में सक्षम भी है। प्रो. सोलंकी भारत-तिब्बत समन्वय संघ की स्थापना के दो वर्ष पूरे होने पर आयोजित ई-सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने संघ की प्रगति की गति को देख प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस आध्यात्मिक व वैचारिक संगठन को बड़ा जनांदोलन खड़ा करना होगा, जो कि तिब्बत और कैलाश मानसरोवर की मुक्ति के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
संघ के केंद्रीय संयोजक हेमेंद्र तोमर ने कहा कि संगठन ने दो वर्षों में कुल 20 प्रस्ताव पारित किए और उन पर काम भी किये। जो कि तिब्बत की आजादी के धरातल-निर्माण में आधारभूत सिद्ध हो रहे। उन्होंने कहा कि जी-20 के समर्थन में समानांतर वैचारिक बहस छेड़ कर हम केंद्र सरकार का यह ध्यान आकृष्ट कर रहे हैं कि इस समिट में चीन से खुलकर तिब्बत की आजादी की बात करनी चाहिए।


संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. प्रयाग दत्त जुयाल ने कहा कि देवतुल्य कार्यकर्ताओं की बदौलत हमने जो थिंकटैंक बनाया है, उससे केंद्र सरकार को लाभ मिल सकता है। क्योंकि जनभावनाओं के अनुरूप कार्य करते हुए संघ ने अपने शोध व कार्यों से जो बातें प्रस्ताव के माध्यम से तैयार की हैं, उसे केंद्र सरकार को चीन व तिब्बत के परिप्रेक्ष्य में समझने से नीति निर्माण के लिए मदद मिलेगी।

प्रो. जुयाल ने संघ के अपने साहित्य और प्रचार सामग्री होने पर बल दिया। संघ की मूल कार्यकारिणी के राष्ट्रीय महामंत्री अरविंद केसरी ने कहा कि सभी कार्यकर्ता परस्पर संवाद बनाए रखें और राष्ट्रीय महामंत्री लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीनिवास राव ने कहा कि दक्षिण भारत में भी संघ को मजबूत करना आवश्यक है क्योंकि हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ते चीनी दखल को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।

महिला विभाग की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गंगोत्री कुजूर ने कहा कि अपने लक्ष्य की दिशा में बढ़ते हुए कार्यकर्ताओं के कार्य व्यवहारों व संस्कारों की भी समीक्षा करते रहें ताकि संगठन में पवित्रता बनी रहे। संघ की राष्ट्रीय महामंत्री (महिला) राजो मालवीय ने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते हुए इस संगठन के लिए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अब बड़ा आंदोलन खड़ा करना भी आवश्यक हो चला है। यह तभी संभव है, जब कार्यकर्ता का राष्ट्रीय व व्यक्तिगत चरित्र शुद्ध हो।

राष्ट्रीय महामंत्री (महिला) डॉ. यज्ञा जोशी ने कहा कि संगठन सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता है। साथ ही, व्यवस्थित प्रशिक्षण के साथ-साथ समयबद्धता रखते हुए टाइम बाउंड टारगेट पूरे किए जाएं तो कैलाश मानसरोवर व तिब्बत की मुक्ति होकर रहेगी।

राष्ट्रीय महामंत्री विजय मान ने सम्मेलन का संचालन करते हुए संगठन की स्थापना के आधार बताये और कहा कि जिस तेजी से निष्ठावान कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ी है। वह किसी के लिए भी गौरव की बात होगी। गूगल मीट पर आयोजित इस स्थापना दिवस पर आयोजित ई-सम्मेलन में देश भर से सैकड़ों कार्यकर्ता व दायित्वधारी जुड़े रहे।

rkpNavneet Mishra

Recent Posts

15 वर्षों से अधर में देवरिया-पकड़ी मार्ग की ठाकुरदेवा लिंक रोड: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी ग्रामीणों की उम्मीदें

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। पकड़ी बाजार से करीब 3 किलोमीटर पहले यदुपरसिया पेट्रोल पंप…

28 minutes ago

BIS Care App: अब घर बैठे करें सोने की शुद्धता की जांच, ऐसे पहचानें असली और नकली गोल्ड में फर्क

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। धनतेरस और दिवाली पर सोना खरीदना शुभ माना जाता…

1 hour ago

दीपावली 2025 : शुभ दीपोत्सव पर क्या बनाएँ भोजन, जिससे घर में बरसे लक्ष्मी कृपा

🪔 भैया दूज की कथा और महत्त्व भी जानें “दीपों की रोशनी में जब घर…

1 hour ago

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित-कोहली की होगी धमाकेदार वापसी, शुभमन गिल की कप्तानी में नीतीश रेड्डी कर सकते हैं डेब्यू

खेल (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार से तीन मैचों की…

2 hours ago

MSME को मिला ₹2.65 लाख करोड़ का लोन, फास्टैग सालाना पास अब तोहफे में दें; मीशो IPO से जुटाएगा ₹4250 करोड़

बिजनेस ( राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) सेक्टर को बीते…

2 hours ago

दीपावली 2025: सुबह से शाम तक पूर्ण पूजा पद्धति

दीपावली (या दिवाली) भारतीय संस्कृति का सबसे प्रमुख और शुभ त्योहार है। यह अंधकार पर…

2 hours ago