
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) जनपद के अवशेष निराश्रित गौवंशो को सुरक्षित आश्रय प्रदान कर उन्हें संरक्षित करने हेतु विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत ग्राम तुरहनी रज्जब में नवनिर्मित अस्थायी गौ आश्रय स्थल का जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चन्द्र ने फीता काटकर शुभारम्भ किया तथा उपायुक्त श्रम रोजगार के.डी. गोस्वामी, उपायुक्त स्वरोजगार रामेंद्र सिंह, खण्ड विकास अधिकारी चित्तौरा संदीप कुमार, प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. विश्वनाथ प्रताप सहित अन्य सम्बन्धित के साथ यहाॅ पर संरक्षित गौवंशो को गुड़, चना, फल व हरा चारा खिलाकर गो-सेवा भी की।
इस अवसर पर प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि यहाॅ पर संरक्षित गौवंशो की संख्या 12 है जिसमें मादा पशु 08 तथा नर की संख्या 04 है। गौ-आश्रय स्थल पर प्रयुक्त मात्रा में भूसा, ब्रान, गुड उपलब्ध है। संरक्षित पशुओं के हरे चारे हेतु 10 बीघा क्षेत्रफल में चरी की बोआई की गई है। जबकि नैपियर घास की बोआई हेतु भूमि तैयार की जा रही है। डीएम डाॅ. चन्द्र ने गौशाला की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि संरक्षित गौवंशो के लिए शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार व्यवस्थाएं चाक-चैबन्द रखी जाए। संरक्षित गौवंशो को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
इसके पश्चात डीएम ने ग्राम पंचायत पुरैनी रज्जब व ऊँचवा पुरैनी में निर्मित अस्थाई गौशालाओ का निरीक्षण कर कार्यों का जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि प्रत्येक दशा में निर्माणाधीन कार्य को माह के अन्त तक पूर्ण कर लिया जाय। यहाॅ पर बताया गया कि जिले में 31 गौशालाओं का निर्माण कराया जाना था जिसके सापेक्ष 25 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
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