30 नवंबर केवल एक तारीख नहीं, बल्कि इतिहास, संघर्ष, उपलब्धि और बदलावों का साक्षी है। इस दिन घटित घटनाएँ विश्व राजनीति, विज्ञान, मनोरंजन, संगीत और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में निर्णायक मोड़ लेकर आईं। आइए, 30 नवंबर के इतिहास पर विस्तार से नजर डालें — हर घटना पर लगभग 50 शब्दों के प्रकाश के साथ।
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- 1731 – बीजिंग में विनाशकारी भूकंप
चीन की राजधानी बीजिंग और उसके आसपास के क्षेत्रों में 1731 में आए भीषण भूकंप ने लगभग एक लाख लोगों की जान ले ली। यह त्रासदी प्राकृतिक आपदाओं का भयावह उदाहरण बनी। इस हादसे ने चीन में भविष्य की आपदा प्रबंधन नीतियों और संरचनाओं को मजबूत करने की आवश्यकता को उजागर किया और भूकंपरोधी निर्माण तकनीक पर जोर बढ़ा दिया। - ये भी पढ़ें –ऑस्ट्रेलिया के PM एंथनी अल्बनीज ने जोडी हेडन से रचाई शादी, 124 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा; पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
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- 1759 – दिल्ली के सम्राट आलमगिर द्वितीय की हत्या
मुगल सम्राट आलमगिर द्वितीय, जिनका जन्म आगरा (उत्तर प्रदेश) में हुआ था, की 1759 में उनके ही मंत्री द्वारा हत्या कर दी गई। वे धार्मिक प्रवृत्ति के और सीमित राजनीतिक प्रभाव वाले शासक थे। इस घटना ने मुगल साम्राज्य के पतन की गति तेज कर दी और दिल्ली की सत्ता और ज्यादा कमजोर हो गई। - ये भी पढ़ें –नेशनल हेराल्ड केस में नई FIR दर्ज: सोनिया और राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ीं, छह और लोगों के नाम शामिल
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- 1939 – सोवियत रूस का फिनलैंड पर आक्रमण
सीमा विवाद के चलते सोवियत रूस ने फिनलैंड पर हमला कर दिया, जिसे “विंटर वॉर” के नाम से जाना जाता है। यह युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण माना जाता है। इस आक्रमण ने यूरोपीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला और राष्ट्रों को सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार के लिए मजबूर किया। - ये भी पढ़ें –बेकाबू तेज रफ्तार BMW कार फुटपाथ पर चढ़ी, तीन लोगों को कुचला; एक की मौके पर मौत, दो घायल
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- 1961 – सोवियत संघ ने कुवैत की यूएन सदस्यता का विरोध किया
कुवैत की संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता को लेकर 1961 में सोवियत संघ ने विरोध जताया। यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति में शक्ति संतुलन को दर्शाता है। कुवैत, मध्य-पूर्व का उभरता राष्ट्र था और यह विरोध वैश्विक रणनीतियों व तेल संसाधनों को नियंत्रित करने के प्रयासों का संकेत माना गया। - 1965 – दिल्ली के गुड़िया संग्रहालय की स्थापना
प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट के. शंकर पिल्लई का जन्म केरल के कायनकुलम गांव में हुआ था। उन्होंने शिक्षा मद्रास में प्राप्त की और कला के क्षेत्र में महान योगदान दिया। 30 नवंबर 1965 को उन्होंने दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय की स्थापना की, जो आज भी बच्चों और कला प्रेमियों का लोकप्रिय केंद्र है। - ये भी पढ़ें –वर्षों से लंबित पेशाब घर की समस्या खत्म—राहत की सांस ले रहे स्थानीय लोग
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- 1997 – भारत-बांग्लादेश सीमा विवाद पर सहमति
दोनों देशों के बीच वर्षों से चले आ रहे सीमा विवाद को शांत करने के लिए भारत और बांग्लादेश ने यथास्थिति बनाए रखने पर सहमति जताई। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनी और द्विपक्षीय संबंध सुधरे। यह निर्णय कूटनीतिक संतुलन और शांति प्रयासों का सफलता पूर्ण उदाहरण बना। - ये भी पढ़ें –युवा शक्ति की उड़ान, भारत के भविष्य की नई पहचान
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- 1999 – सिएटल में WTO का तीसरा अधिवेशन
अमेरिका के सिएटल शहर में विश्व व्यापार संगठन (WTO) का तीसरा अधिवेशन शुरू हुआ, जिसमें वैश्विक व्यापार नियमों पर चर्चा हुई। यह सम्मेलन व्यापक विरोध प्रदर्शनों के कारण भी सुर्खियों में रहा। इसने वैश्वीकरण, विकासशील देशों और श्रमिक अधिकारों पर नई बहस को जन्म दिया। - ये भी पढ़ें –विकास की रफ्तार या चुनौतियों का पहाड़? भारत के भविष्य पर उठ रहा बड़ा सवाल
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- पुणे के पास विश्व का बड़ा रेडियो टेलीस्कोप उद्घाटन
महाराष्ट्र के नारायणगांव (पुणे) के समीप मीटर वेव रेडियो टेलीस्कोप का उद्घाटन हुआ। यह खगोल विज्ञान में भारत की बड़ी उपलब्धि रही। इससे ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने, रेडियो तरंगों के अध्ययन और अंतरिक्ष अनुसंधान को नई दिशा मिली। - ये भी पढ़ें –ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का खुला खेल—फर्जी भुगतान से सरकारी धन की खुली लूट, अफसरों की चुप्पी पर गहराए सवाल
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- 2000 – अल गोर द्वारा पुनर्मतगणना की अपील
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अल गोर ने पुनर्मतगणना की अपील की। यह मामला न्यायालय तक पहुंचा और राजनीति में पारदर्शिता, मतगणना प्रणाली और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर बड़े सवाल खड़े हुए। यह घटना आधुनिक लोकतंत्र का ऐतिहासिक उदाहरण बन गई। - ये भी पढ़ें –गैस पाइप फटने से घर में लगी आग, खाना बनाते समय युवक गंभीर रूप से झुलसा
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- 2000 – प्रियंका चोपड़ा बनीं मिस वर्ल्ड
जमशेदपुर, झारखंड में जन्मी प्रियंका चोपड़ा की शिक्षा बरेली में हुई। 30 नवंबर 2000 को वे मिस वर्ल्ड बनीं और पूरे भारत का नाम रोशन किया। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड और हॉलीवुड में शानदार करियर बनाया। वे अभिनय, संगीत और सामाजिक कार्यों में अहम योगदान दे रही हैं। - ये भी पढ़ें –जानें करियर, धन, शिक्षा, राजनीति और जीवन के हर क्षेत्र का प्रभाव
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- 2001 – जॉर्ज हैरिसन का निधन
दुनिया के प्रसिद्ध बैंड ‘The Beatles’ के सदस्य जॉर्ज हैरिसन का 30 नवंबर 2001 को निधन हुआ। उनका संगीत सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि भावना, करुणा और अध्यात्म से भरा हुआ था। उन्होंने पश्चिमी दुनिया में भारतीय संगीत और योग को भी लोकप्रिय बनाया। - 2002 – आईसीसी की जिम्बाब्वे के खिलाफ चेतावनी
आईसीसी ने जिम्बाब्वे में अस्थिर हालात के कारण मैच न खेलने वाले देशों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। यह खेल और राजनीति के टकराव का उदाहरण बना। क्रिकेट के प्रशासनिक ढांचे, सुरक्षा मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय खेल नीति पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ा। -
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- 2004 – बांग्लादेश संसद में महिलाओं को 45% आरक्षण
बांग्लादेश की संसद ने महिलाओं के लिए 45 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाला ऐतिहासिक विधेयक पारित किया। इससे महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ी और महिला सशक्तिकरण को बल मिला। यह दक्षिण एशिया में लैंगिक समानता की दिशा में बड़ा कदम माना गया। - 2008 – मुंबई आतंकी हमले के बाद बड़ा फैसला
26/11 के भयावह आतंकी हमले के बाद 30 नवंबर को भारत सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के गठन की घोषणा की। इसके साथ ही एस.ए.टी. रिजवी वेतन समिति का कार्यकाल भी बढ़ाया गया। इसने देश की सुरक्षा व्यवस्था को अधिक मजबूत बनाया।