निष्काम प्रेम
आज ज़माना क्या फिर आयेगा,राधा कृष्ण का त्याग बतलायेगा,निष्काम प्रेम की आधारशिला,नि:स्वार्थ आजीवन निभायेगा। मित्रता की नींव भावनाओं से,जुड़ी है तो टूटना मुश्किल है,अगर स्वार्थ से जुड़ी हुई है,तो टिकना…
आज ज़माना क्या फिर आयेगा,राधा कृष्ण का त्याग बतलायेगा,निष्काम प्रेम की आधारशिला,नि:स्वार्थ आजीवन निभायेगा। मित्रता की नींव भावनाओं से,जुड़ी है तो टूटना मुश्किल है,अगर स्वार्थ से जुड़ी हुई है,तो टिकना…