देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)15 सितम्बर..
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम ने छः माह के शिवम के चेहरे का स्वरुप बदलकर उसके माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। शिवम को जन्म के समय से ही कटे होंठ की बीमारी थी, जिसके कारण स्तनपान में उसे काफी परेशनो होती थी। उसकी इस स्थिति से माता-पिता परेशान थे, लेकिन आरबीएसके टीम की मदद से हुई सर्जरी के बाद अब उसे स्तनपान में कोई परेशानी नहीं होती है। स्तनपान के कारण शिवम को सही पोषण मिलने लगा है।
👉आरबीएसके टीम की मदद से कटे होंठ की हुई सफल सर्जरी
भागलपुर ब्लॉक के तेलिया अफगान गांव निवासी नीलम देवी (28) के दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके तीन वर्ष के बेटे का नाम आदर्श और छः माह की बेटी शिवानी व शिवम जुड़वाँ हैं। नीलम बताती हैं कि 2 मार्च 2022 को प्रसव पीड़ा होने पर आशा कार्यकर्ता रीना देवी ने उन्हें सीएचसी बरहज पहुँचाया। वहां नीलम को जुड़वाँ बच्चे एक बेटा और एक बेटी हुई । उन्होंने बताया कि बेटी शिवानी तो स्वस्थ पैदा हुईं, लेकिन पर शिवम के मुँह के ऊपर का होंठ कटा था जिसे देख वह और परिजन काफी परेशान हो गए। कटे होठ के कारण शिवम ठीक तरह से स्तनपान भी नहीं कर पा रहा था। उसके पिता अनिल चौहान बेरोजगार हैं और किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। माता-पिता जब भी शिवम की तरफ देखते तो काफी निराश हो जाते थे। स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने माता पिता दोनों को समझाया और बताया कि बच्चे के कटे होठ की सर्जरी हो जाती है। चिकित्सकों ने इस बच्चे की सूचना आरबीएसके टीम को दी। दिया। मौके पर पहुंचे आरबीएसके टीम की चिकित्सक डॉ ममता , फार्मासिस्ट मनीष कुमार और एएनएम रंजू कुमारी ने बच्चे की स्क्रीनिंग किया और यह भी बताया इसका इलाज निःशुल्क हो सकता है। डॉ. ममता चौहान बताती हैं कि अभिभावकों को डर था कि होठ की सर्जरी में काफी पैसे लग जाएंगे लेकिन जब उन्हें विश्वास दिलाया कि पैसे नहीं लगेंगे निःशुल्क इलाज के बाद शिवम भी सामान्य बच्चों जैसी दिखने लगेगा तो वह इलाज के लिए गोरखपुर जाने को तैयार हो गये। शिवम, उसकी मां नीलम और पिता अनिल को 16 अगस्त 2022 को आरबीएसके टीम की मदद से गोरखपुर के निजी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने शिवम की सभी जाँच पूरी कर 18 अगस्त को उसके होंठों की सफल सर्जरी किया। अब शिवम सामान्य बच्चों की तरह दिखने लगा है और सही तरीके से स्तनपान भी कर लेता है। माँ के दूध में उसे पोषक आहार भी मिल रहा हैं।
👉45 बच्चों की हुई सर्जरी
आरबीएसके योजना के नोडल अधिकारी डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि जनवरी 2020 से लेकर अबतक 49 बच्चे कटे होंठ और कटे तालु के मिले हैं। अब तक 45 बच्चों के कटे होंठ और कटे तालु की सर्जरी हो चुकी है आरबीएसके योजना के तहत न्यूरल ट्यूब की खराबी, कटा होठ एवं तालू-सि़र्फ फटा तालू, अंदर की ओर मुड़ी हुई पैर की अंगुलियां, असामान्य आकार का कुल्हा, जन्मजात मोतियाबिद, जन्मजात बहरापन और जन्मजात हृदयरोग जैसे 44 बीमारियों का निःशुल्क इलाज कराया जाता है।
संवादाता देवरिया..
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