Categories: कविता

याद रहेगा शूरमा

हिसार(राष्ट्र की परम्परा)
सच्चे वीर सपूत थे,
महाराणा प्रताप।
लेकर चेतक को बढे,
दिए मुग़ल सब नाप॥

हल्दी घाटी में लड़े,
बन दुश्मन पर काल।
मुग़ल देखते रह गए,
एक चली ना चाल॥

राणा जी की शूरता,
देख शत्रु थे चूर।
कभी गुलामी गैर की,
करी नहीं मंजूर॥

हाथ परी भाला लिए,
आये बन कर दूत।
जिए गर्व से थे सदा,
मेवाड़ी सच पूत॥

जब तक धरती ये रहे,
और सूर्य का ताप।
याद रहेगा शूरमा,
महाराणा प्रताप॥

प्रियंका सौरभ

rkpnewskaran

Share
Published by
rkpnewskaran

Recent Posts

गौ तस्करी का पर्दाफाश, 8 गोवंश बरामद, एक तस्कर गिरफ्तार

बलिया(राष्ट्र की परम्परा)l बिहार की सीमा से सटे बलिया जनपद में पुलिस ने एक बार…

6 minutes ago

सहजता ही सफलता का मूल मंत्र : ध्रुव कुमार त्रिपाठी

सामाजिकता सिखाता है समाजशास्त्र : कुलपति प्रो. पूनम टंडन गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय…

15 minutes ago

स्कूली बच्चों के अपहरण की कोशिश नाकाम, भीड़ ने दबोचे आरोपी

गांधीनगर वार्ड, सिसवा नगर में सनसनी घटना पुलिस ने किया अपील, कहा अफवाह पर ध्यान…

24 minutes ago

सेवा पखवाड़ा मंडल कार्यशाला सम्पन्न

पथरदेवा/ देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से शुरू होने वाले सेवा…

31 minutes ago

नमामि गंगे मिशन के तहत कार्यशाला आयोजित

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, धनेवा धनेई…

42 minutes ago

जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम ने रचा इतिहास

आधुनिक वीडियो लारिंगोस्कोपी तकनीक से सफल प्रसव संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिला संयुक्त…

47 minutes ago