November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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सरदार पटेल ने देशी रियासतों को भारत में शामिल करने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

गणेश ने प्रथम तो आफरीन ने प्राप्त किया दूसरा स्थान

बरहज/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। स्थानीय बाबा राघवदास भगवानदास स्नातकोत्तर महाविद्यालय आश्रम में सोमवार को ‘राष्ट्रीय एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुआ, जिसमें एम.काम. तृतीय सेमेस्टर के छात्र गणेश पांडेय ने प्रथम, बी.ए.पंचम सेमेस्टर की छात्रा ने द्वितीय तथा एम.ए.तृतीय सेमेस्टर समाज शास्त्र की छात्रा रीना त्रिपाठी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि समाज शास्त्र विषय के आचार्य प्रो०अमरेश त्रिपाठी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल एक महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले गृहमंत्री थे, उन्होंने लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई की और उसके बाद भारत आकर अहमदाबाद में वकालत शुरू की। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने खेड़ा संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जब खेड़ा क्षेत्र सूखे की चपेट में था और वहां के किसानों ने अंग्रेज सरकार से कर में छूट देने की मांग की, कहा कि आजादी के बाद सरदार पटेल ने देसी रियासतों को भारत में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है क्योंकि उन्होंने बगैर किसी बड़े लड़ाई झगड़े के यह कार्य किया। निर्णायक मंडल में डॉ०अरविन्द पाण्डेय राजनीति विज्ञान विभाग, डॉ०वेद प्रकाश सिंह तथा डॉ०अरविन्द कुमार पाण्डेय समाजशास्त्र विभाग शामिल रहे। भाषण प्रतियोगिता में अंकिता यादव, नीरज दुबे, पूजा चौहान, नंदिनी मिश्रा, ज्योति मिश्रा, आस्था मिश्रा, रूपम मिश्रा आदि ने सहभागिता किया।