नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बिहार में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के विरोध में गुरुवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के सांसदों ने संसद भवन परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया।
संसद के ‘मकर द्वार’ के पास आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, राजद सांसद मनोज झा, डीएमके, टीएमसी, आप, शिवसेना (उद्धव गुट) समेत कई विपक्षी दलों के सांसद शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर आरोप लगाया कि बिहार में चल रहा मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान “भाजपा के इशारे पर” किया जा रहा है, जिसका मकसद आगामी चुनावों से पहले “जनमत को प्रभावित करना और धांधली के रास्ते खोलना” है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से कहा, “यह विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया संविधान और चुनावी प्रक्रिया की आत्मा के खिलाफ है। केवल बिहार में ही क्यों? क्या यह केंद्र सरकार की कोई सोची-समझी रणनीति है?”
वहीं, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह “लोकतंत्र के खिलाफ एक खतरनाक साजिश” है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
राजद नेता मनोज झा ने इस कदम को “सामाजिक न्याय के खिलाफ” करार दिया और कहा कि “ऐसे पुनरीक्षण का उद्देश्य खास वर्गों को मतदाता सूची से बाहर करना हो सकता है।”
प्रदर्शन के दौरान सांसदों ने चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया को तुरंत रद्द करने और इसकी निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि बिहार में यह विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान आगामी चुनावों के मद्देनज़र शुरू किया गया है, जिसमें नए मतदाताओं को जोड़ने और मृत/स्थानांतरित मतदाताओं को सूची से हटाने की प्रक्रिया चल रही है।
हालांकि चुनाव आयोग का कहना है कि यह एक नियमित प्रक्रिया है और इसमें किसी प्रकार की पक्षपातपूर्ण मंशा नहीं है।
INDIA गठबंधन का यह विरोध ऐसे समय में सामने आया है जब 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव संभावित हैं और 2024 लोकसभा चुनावों के बाद से विपक्षी दल केंद्र सरकार पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं।
देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)पुलिस अधीक्षक देवरिया संजीव सुमन के निर्देशन में जनपद में शांति, सुरक्षा एवं…
पुनीत मिश्र भारतीय नवजागरण और स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में स्वामी श्रद्धानंद जी एक ऐसे…
भारत के आर्थिक इतिहास में 1991 का वर्ष एक युगांतकारी मोड़ है। यह वही दौर…
बस्ती (राष्ट्र की परम्परा)। दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान…
मेरठ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने…
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत हुए…