
विकास कार्यों में धीमी प्रगति वाले विभागों पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी
मऊ (राष्ट्र की परम्परा)l जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित विकास कार्यों एवं गो आश्रय स्थल के सम्बन्ध में मासिक समीक्षा बैठक कल देर शाम जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित समस्त विकास कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने बताया कि समस्त विभागों की समीक्षा शासन स्तर पर मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के माध्यम से की जा रही है, और उसी के आधार पर जनपद की रैंकिंग निर्धारित की जाती है। इसलिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें, जिससे जनपद की रैंकिंग/प्रगति खराब न हो, उन्होंने सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन विभागों के कारण जनपद की रैंकिंग खराब हो रही है उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई तय की जाएगी। जल जीवन मिशन के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता लाने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। इसके अलावा सी श्रेणी में आने वाले विभागों पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। तथा बी श्रेणी वाले विभागों को ए श्रेणी में जल्द से जल्द आने की हिदायत भी दी गई। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजनांतर्गत जनपद में एक मॉडल सोलर गांव चयन किए जाने के संबंध में उन्होंने बताया कि संभावित ग्रामों में विशेष रूप से पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना एवं अन्य विभिन्न सरकारी योजनाओं यथा पीएम कुसुम आदि का क्रियान्वयन मुख्य रूप से किया जाएगा।
इसके तत्पश्चात गो आश्रय स्थल की समीक्षा में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 53 गौशाला संचालित है, जिसमें दो स्थाई और 51 अस्थाई गौशाला है। उन्होंने बताया कि आरंभ से लेकर अब तक कुल 6111 गोवंश संरक्षित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि गो आश्रय स्थलों का निरीक्षण निरंतर किया जा रहा है। जिन गो आश्रय स्थलों पर कमियां पाई जा रही है, उसे संबंधित खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से ठीक कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि गो आश्रय स्थलों की समीक्षा शासन स्तर पर की जा रही है, और यह बार-बार अपेक्षा भी की जा रही है कि गौशालाओं में किसी प्रकार की कमी ना रहे। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए हरे चारे, भूसा, पानी तथा वर्तमान समय में गर्मी निरंतर बढ़ती जा रही है इसको विशेष ध्यान देकर पशुओं को रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें। इसके अलावा जिलाधिकारी द्वारा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि कटाई सीजन के अंतर्गत भूसा अधिक से अधिक मात्रा में दानदाताओं से संरक्षित करें। इसके अलावा सभी गो आश्रय स्थलों पर केयर टेकरो की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराएं तथा सरकारी भवनो/गो आश्रय स्थलों की रंगाई पुताई गोबर से बने पेट से ही कराएं।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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