वर्षा के बावजूद दर्शकों में दिखा उत्साह, कला और संस्कृति की बही बयार
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।तराई की संस्कृति, कला और लोक परंपरा की अनूठी झलक लिए महराजगंज महोत्सव का भव्य शुभारंभ शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू स्मारक पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज परिसर में हुआ। हल्की-हल्की वर्षा के बावजूद जनपदवासियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। मंच पर कला और संस्कृति के रंग बिखरते रहे तो दर्शक देर रात तक तालियों की गूंज और संगीत की धुन पर थिरकते रहे।
महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महराजगंज महोत्सव का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और जनपद की सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाना है। उन्होंने इसे जनपद के विकास और सांस्कृतिक गौरव से जुड़ा ऐतिहासिक कदम बताया।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, विधायक सदर जयमंगल कन्नौजिया, विधायक पनियरा ज्ञानेंद्र सिंह, विधायक नौतनवा ऋषि त्रिपाठी, जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना, बजरंग बहादुर सिंह और पुष्पलता मंगल सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का आरंभ आर.एस. पब्लिक स्कूल की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। इसके बाद बजरंगी सिंह इंटर कॉलेज के स्वागत गीत ने तालियों की गूंज से माहौल को ऊर्जावान कर दिया।प्राथमिक विद्यालय वागापार द्वितीय की छात्राओं ने लोक संस्कृति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही बटोरी, वहीं प्राथमिक विद्यालय जड़ार की बालिकाओं ने उत्तराखंड के प्राचीन पांडव नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शाम होते-होते मंच की रंग-बिरंगी लाइटों ने पूरे परिसर को जगमगा दिया। छः बजे के बाद दर्शकों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि पंडाल खचाखच भर गया। सुर,लय और ताल की तान जैसे-जैसे उठती गई, वैसे-वैसे दर्शकों का उत्साह भी परवान चढ़ता गया। पहले दिन की बॉलीवुड संध्या में लोकप्रिय गायक असित त्रिपाठी ने अपनी सुरीली आवाज़ से ऐसा रंग जमाया कि पूरा परिसर देर रात तक संगीत की लहरों में डूबा रहा।असित ने मुस्कुराने की वजह तुम हो, गुनगुनाने की वजह तुम हो, ले जाए मुझे कहां हवाएं, केसरिया तेरा इश्क है और मोह-मोह के धागे जैसे हिट गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।रात करीब सवा नौ बजे उनके मंच पर आते ही चारों ओर से असित-असित के नारे गूंज उठे और युवा दर्शकों ने अपने पसंदीदा गायक का जोश से स्वागत किया। महोत्सव स्थल पर लगे स्वदेशी उत्पाद मेले में जिले के हस्तशिल्प, हर्बल उत्पाद, बांस और लकड़ी से बने सामान तथा अन्य स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी ने लोगों का ध्यान खींचा। कई जिलों के उद्यमियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और स्वरोजगार को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।महोत्सव स्थल पर दर्शकों की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित यह तीन दिवसीय महोत्सव न केवल मनोरंजन बल्कि जनपद की प्रतिभाओं और संस्कृति को राष्ट्रीय मंच पर लाने का प्रयास है। पहले दिन की शानदार सफलता से यह स्पष्ट है कि आने वाले दो दिनों में महोत्सव और भी रंगीन और यादगार बनने जा रहा है।
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