रांची (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)झारखंड सरकार राज्य में खनिज संसाधनों की खोज और वैज्ञानिक अन्वेषण को गति देने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत स्टेट मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट (SMET) का गठन किया जाएगा, जिसे गैर-लाभकारी संस्था के रूप में स्थापित किया जाएगा। यह ट्रस्ट केंद्र सरकार के नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट (NMET) की तर्ज पर काम करेगा और राज्य में खनिजों की क्षेत्रीय एवं विस्तृत खोज को सुदृढ़ करेगा।
राज्य सरकार द्वारा एसएमइटी के लिए एक अलग एसएमइटी कोष तैयार किया जाएगा। इस कोष में खनन पट्टा या अन्वेषण लाइसेंस सह खनन पट्टा धारकों से एमएमडीआर अधिनियम की दूसरी अनुसूची के तहत भुगतान की गई रॉयल्टी का एक निश्चित प्रतिशत लिया जाएगा। प्रस्तावित तौर पर यह राशि 1 से 2 प्रतिशत के बीच हो सकती है, जिस पर अंतिम निर्णय विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा।
ये भी पढ़ें – रांची अपार्टमेंट फायर: धुएं से घुटन, लोग घर छोड़कर भागे
एसएमइटी का मुख्य उद्देश्य गहरे या छिपे हुए खनिज भंडारों की पहचान, उनका वैज्ञानिक आकलन, माइंस प्लान तैयार करना और खनन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विशेष अध्ययन एवं परियोजनाओं को वित्तीय सहायता देना होगा। इसके साथ ही सतत खनन, आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के उपयोग, धातु विज्ञान से जुड़े अध्ययन और खनिज निष्कर्षण को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें – ‘पुतिन की मौत…’ क्रिसमस पर जेलेंस्की की दुआ, रूस के खिलाफ तीखे संदेश से मचा हलचल
ट्रस्ट के अध्यक्ष राज्य के खान मंत्री होंगे, जबकि समिति में खान सचिव, खान निदेशक, भूतत्व निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे। रणनीतिक और महत्वपूर्ण खनिजों की खोज को प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही खनिज अन्वेषण से जुड़े कर्मियों की क्षमता वृद्धि पर भी काम किया जाएगा।
ये भी पढ़ें – नाइजीरिया में ISIS ठिकानों पर अमेरिका की एयर स्ट्राइक, ट्रंप बोले – “आतंकियों को भी Merry Christmas”
बताया गया है कि केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ हुई बैठक में इस विषय को प्रमुखता से उठाया गया था। उन्होंने राज्य सरकार से एसएमइटी का शीघ्र गठन करने का आग्रह करते हुए इसे क्रिटिकल मिनरल्स की खोज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बुधवार रात सनसनीखेज वारदात सामने…
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। भारतीय संस्कृति केवल रीति-रिवाजों, पर्व-त्योहारों और अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है,…
— डॉ. सतीश पाण्डेयमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। माता-पिता और पुत्र का रिश्ता केवल जन्म से…
— कैलाश सिंहमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। आज का समाज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है,…
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। सोहगीबरवां वन्यजीव प्रभाग में विभागीय अनुशासन और आदेशों के पालन को…
— चंद्रकांत सी. पूजारी, गुजरात लोकतंत्र को अक्सर एक राजनीतिक व्यवस्था के रूप में देखा…