त्योहार में नई परम्परा की शुरुआत की नहीं होगी इजाजत
बाराबंकी (राष्ट्र की परम्परा)
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने आगामी त्योहार मोहर्रम के अवसर पर जनपद के नागरिकों से अपील की है कि, आपसी सौहार्द और भाईचारे की भावना के साथ त्यौहार मनाएं तथा किसी नई परम्परा की शुरुआत कतई न करें। उन्होंने कहा कि जनपद बाराबंकी के लोगों ने हमेशा शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग किया है और हमेशा अपने शांति प्रिय होने का सबूत दिया है, उम्मीद है आगे भी ऐसा ही होता रहेगा।
जिलाधिकारी रविवार को डीआरडीए सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी अरुण सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह सहित जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त पुलिस क्षेत्राधिकारी आदि उपस्थित रहे। बैठक में विभिन्न सामाजिक एवं स्वयं सेवी संगठनों तथा शांति समिति के सदस्यों ने भाग लिया। जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद शांति समिति के सदस्यों से कहा कि कोई भी ऐसी समस्या नहीं है जिसका आपसी समझदारी से समाधान संभव हैं। उन्होंने कहा कि अनावश्यक उत्तेजना से बचा जाए और अति सक्रियता से भी बचने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आजकल बारिश का मौसम है और बिजली के तारों से ताजिया एवं अलम आदि को बचाने का प्रयास अपने अपने स्तर पर अवश्य करें। उन्होंने कहा कि किसी भी धार्मिक आयोजन के दौरान सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए कि कोई अप्रिय घटना न घटे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना या दुर्घटना या समस्या के समाधान के लिए अपने क्षेत्र के उप जिलाधिकारी अथवा सम्बंधित पुलिस अधिकारी को तत्काल सूचना अवश्य दें।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने सभी उप जिलाधिकारियों तथा पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मोहर्रम के जुलूसों के निर्धारित मार्गों का संयुक्त रूप से नियमित भ्रमण कर मार्गों पर प्रकाश की व्यवस्था तथा गड्ढे आदि भरवाने का कार्य सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित नगर पालिका परिषद तथा नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अपने क्षेत्रों में सफाई आदि की व्यवस्था नियमित रूप से कराएं। उन्हांेने सम्बधित अधिकारी को बिजली के तारों तथा अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए और कहा कि बिजली की आपूर्ति की निरंतरता को भी बनाए रखा जाए।
जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बुजुर्गों को आगे आकर नौजवान पीढ़ी को अपनी परम्पराओं के बारे में बताना चाहिए तथा आपसी सौहार्द बनाए रखने की प्राथमिकता के महत्व से भी उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि समय के अनुरूप कार्यों के निष्पादन की प्राथमिकता से भी किसी भी तरह की समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी आयोजन का मुख्य उद्देश्य उसको सफल बनाना होना चाहिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि ताजिये के जुलूस आदि के आयोजनों के प्रभारी प्रत्येक आयोजन के लिए एक वैलेंटियर ग्रुप बनवा लें जो आयोजन को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में सहयोग करे। उन्होंने कहा कि बिजली के तारों तथा पोल आदि के समीप से गुजरते हुए अत्यधिक सावधानी रखें तथा अपने अपने क्षेत्रों के प्रभावशाली लोग जिम्मेदार की भूमिका का निर्वहन करें और प्रशासन के साथ सहयोग बनाए रखें तथा युवा लोगों को आयोजन के महत्व को समक्षाएं और उन्हें अनुशासित रहने की सीख भी दें। उन्होंने कहा कि किसी भी नई परम्परा को शुरू करने की इजाजत नहीं दी जाएगी और निर्धारित मार्गो पर ही जुलूस का आयोजन किया जाए।
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