घर परिवार में गृह स्वामी व गृहिणी
सारे परिवार के उत्तरदायी होते हैं,
सुचारू रूप से घर – गृहस्थी चले,
घर के मुखिया ही जिम्मेदार होते हैं।
सनातन धर्म के सोलह संस्कार में
वैवाहिक बंधन भी एक संस्कार है,
यह पवित्र बंधन विशिष्ट संस्कार है,
पति-पत्नी तो सुख-दुख के साथी हैं।
पति-पत्नी दोनों एक बैलगाड़ी के
दो बहुत मज़बूत पहिये से होते हैं,
उनमें से कोई एक कमजोर हो जाये,
तो पारिवारिक गाड़ियाँ बेकार हैं।
आदित्य माता-पिता की समझदारी,
परिवार एक सूत्र में पिरोये रखती है,
ये परिवार के सुख-दुख के साथी हैं,
इनके बिना घर के आँगन सूने होते हैं।
डा. कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
मेरठ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस ने गढ़ रोड स्थित सम्राट…
प्रतीकात्मक पौड़ी (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)उत्तराखंड के पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल क्षेत्र में एक दिल…
देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)पुलिस अधीक्षक देवरिया विक्रान्त वीर के निर्देशन में रविवार की सुबह 5…
हरदोई (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया…
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। पुलिस अधीक्षक देवरिया विक्रान्त वीर के निर्देशन में रविवार की सुबह…
आरा (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बिहार पुलिस ने शनिवार को भोजपुर जिले के शाहपुर इलाके…