उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति–2022 से कुशीनगर में पर्यटन निवेश को नई गति, उद्यमियों को मिल रहा प्रोत्साहन
कुशीनगर (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति–2022 जनपद कुशीनगर में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। इस नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के तहत जिले में पर्यटन से जुड़ी विभिन्न इकाइयों को प्रोत्साहन देकर निवेश को आकर्षित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती और रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।
उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यटन नीति–2022 के अंतर्गत होटल, रिसॉर्ट, होम-स्टे, ट्रैवल एवं टूर ऑपरेटर, मनोरंजन पार्क, साहसिक पर्यटन परियोजनाएं और अन्य पर्यटन आधारित इकाइयों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इनमें पूंजी निवेश अनुदान, ब्याज अनुदान, स्टाम्प शुल्क में छूट, पंजीकरण में सहूलियत और अन्य वित्तीय प्रोत्साहन शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में प्राप्त पर्यटन परियोजनाओं के प्रस्तावों की गहन जांच के बाद पात्र इकाइयों को नियमानुसार लाभ दिया जा रहा है। जिला प्रशासन यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि सभी प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ समयबद्ध, पारदर्शी और नियमों के अनुरूप निवेशकों तक पहुंचे।
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कुशीनगर जैसे अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटन स्थल के लिए यह नीति विशेष रूप से लाभकारी मानी जा रही है। इससे न केवल बड़े निवेशकों को आकर्षित किया जा रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं और उद्यमियों को भी पर्यटन क्षेत्र में स्वरोजगार और उद्यम स्थापना के अवसर मिल रहे हैं।
जिला प्रशासन ने इच्छुक निवेशकों, व्यापारियों और स्थानीय उद्यमियों से अपील की है कि वे उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति–2022 के प्रावधानों का अधिकतम लाभ उठाएं और पर्यटन आधारित परियोजनाओं में निवेश कर जनपद के विकास में सहभागी बनें। इससे पर्यटन को नई पहचान मिलने के साथ-साथ जिले में रोजगार, आय और बुनियादी ढांचे का भी समग्र विकास होगा।
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