बाढ़ से पूर्व संबंधित परियोजनाओं को पूर्ण करने तथा वर्षा के दौरान जल जमाव न होने के दिए निर्देश
मऊ ( राष्ट्र की परम्परा ) जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जिला स्तरीय फ्लड स्टीयरिंग कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई मनोज सिंह ने बताया कि आगामी बाढ़ के दृष्टिगत समस्त तैयारियों को पूर्ण किए जाने के संबंध में बैठक की जा रही है। उन्होंने बताया कि जनपद में सरयू एवं टोंस मुख्यत: दो नदियां प्रभावित होती है, जिनके तटों पर बांध एवं कटाव निरोधक कार्य निर्मित है। सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित महुला गढ़वल बांध के अंतिम छोर कि मी 0.000 से 2.010 तक कटाव निरोधक कार्य, दोहरीघाट शहर सुरक्षा कटाव निरोधक कार्य, बीबीपुर बिलौली के कि मी 0.070 से 0.440 तक कटाव निरोधक कार्य, बीबीपुर बांध, रसूलपुर इमामुद्दीनपुर कटाव निरोधक कार्य, हाहा नाला रिंग बांध तथा टोंस नदी के किनारे दाएं तट पर स्थित मोहम्मदाबाद गोहाना शहर सुरक्षा बांध, भदेसरा, जमींदारी बांध, मऊ शहर सुरक्षा बांध, बभनीकोल कटाव निरोधक तथा बाएं तट पर स्थित पारा सहरोज ख्वाजाजहापुर बांध, हथनी बांध इत्यादि की सुरक्षा एवं उन पर कटाव निरोधक कार्यों का देखरेख एवं रखरखाव का कार्य किया जाता है। दोहरीघाट में सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित श्मशान घाट, भारत माता का मंदिर, डोमराज का घर एवं खाकी बाबा का मंदिर, ग्राम सूरजपुर कटाव स्थल एवं हाहा नाला रिंग बांध अति संवेदनशील तथा टोंस नदी के दाएं तट पर स्थित भदेसरा जमींदारी बांध संवेदनशील है।जनपद में सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित बीबीपुर बेलौली बांध के विस्तार कार्य के परियोजना, सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित ग्राम धर्मपुर बिशनपुर विंटोलिया के पास कटाव निरोधक कार्य की परियोजना, सरयू नदी के दाएं तट पर स्थित हाहा नाला रिंग बांध के कि मी 0.000 से 4.000 तक ब्रिक सोलिंग तथा कि मी 1.000 से 1.800 तक स्लोप पिचिंग का कार्य की परियोजना का कार्य प्रगति में है। इस खंड के नियंत्रणधीन 09 अदद बांध है। जिनकी कुल लंबाई 96.370 कि मी है एवं 97 ड्रेने हैं, जिनकी कुल लंबाई 571.52 कि मी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना, कंट्रोल रूम में कर्मचारियों की ड्यूटी, बाढ़ समितियों का गठन, अति संवेदनशील स्थलों की संख्या एवं चिन्हीकरण, गेटों के मरम्मत आदि कार्य, बंधों पर हुए रैन कट्स, शाही होल्स, रैन होल्स आदि मरम्मत, बाढ़ चौकी की स्थिति एवं रिजर्व स्टाफ की स्थिति आदि की तैयारी बाढ़ के पूर्व की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षा के दौरान किसी भी दशा में जल जमाव न होने पाए इसकी तैयारी सभी खंड विकास अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी अवश्य कर लेंगे।
अपर जिलाधिकारी सत्यप्रीय सिंह ने बताया कि बाढ़ के दौरान संपर्क मार्ग, खाद्य सामग्री, पशुओं के हरे चारे की व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता, पुलिस बल की तैनाती, पेयजल, बिजली आदि की तैयारी संबंधित अधिकारी पूर्ण कर लें, जिससे बाढ़ के समय किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, जिला पंचायत राज अधिकारी अजीत कुमार सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, सहायक अभियंता रत्नेश वर्मा, रमेश चंद्र वर्मा, जूनियर इंजीनियर प्रिंस सिंह, श्रीमती सोनी सिंह, अखिलेश यादव, उदय नारायण पाण्डेय एवं प्रदीप कुमार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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