November 22, 2024

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डीएम ने भाटपाररानी तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस पर सुनी जन समस्यायें

शिथिलता के लिये किया आगाह

भाटपाररानी में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में 70 प्रकरण हुए प्राप्त,08 का मौके पर हुआ निस्तारण

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने भाटपार रानी तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जन समस्याओं की सुनवाई की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक फरियादी की समस्याओं का गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ निस्तारण किया जाएगा।
समाधान दिवस में कुल 70 प्रकरण आये जिसमें से शिकायत 27 राजस्व, 20 पुलिस, 10 विकास, 02 शिक्षा,तथा 11 अन्य विभागों से संबन्धित थी। कुल शिकायतों का मौके पर निस्तारण हुआ। शेष 08 प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण के संबन्ध में जिलाधिकारी ने आवश्यक निर्देश दिए हैं।

डीएम ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ जन फरियादों की सुनवायी करते हुए कहा कि राजस्व, विकास एवं पुलिस विभाग से जुडे सभी अधिकारी जिन प्रकरणों में संयुक्त रुप से निराकरण की आवश्यकता हो, उसमें आपसी समन्वय रखते हुए उन मामलो का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्ता के साथ होना चाहिये।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस विभाग से जुडे मामलो की सुनवायी किये व पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं थानाध्यक्षो को प्राप्त सभी सन्दर्भो का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।

सम्पूर्ण समाधान दिवस मे एसडीएम संजीव कुमार उपाध्याय, एसडीएम (न्यायिक) आरपी वर्मा, सीओ भाटपाररानी, तहसीलदार, बीएसए हरिश्चंद्र नाथ, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अनिल सोनकर, अधिशासी अभियंता जल निगम अखिलेश आनन्द, जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकान्त राय, सहित विभिन्न विभागो के जनपद स्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, थानाध्यक्ष गण आदि उपस्थित रहे।

संपूर्ण समाधान दिवस पर बना दिव्यांग प्रमाण पत्र एवं यूडीआईडी हुआ जनरेट

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार आज संपूर्ण समाधान दिवस पर भाटपाररानी तहसील में दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के लिए विशेष कैम्प का आयोजन हुआ। इस दौरान कुल 28 लोगों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र तथा यूनिक डिसेबिलिटी आइडेंटिटी कार्ड (यूडीआईडी) जनरेट कर मौके पर वितरित किये गए। 10 आवेदन सहवर्ती उपकरण प्राप्त करने के लिए भी प्राप्त हुए।कैम्प में एसीएमओ डॉ सती राम यादव के नेतृत्व मेंडॉ राजेश कुमार, डॉ केशव प्रसाद, डा बृज नारायण यादव, डा महेंद्र प्रताप, राजेश कुमार वर्मा की सदस्यता वाला मेडिकल बोर्ड मौजूद था। मेडिकल बोर्ड के जांचोपरांत लोगों का प्रमाणपत्र बनाया गया। जिन लोगों के प्रमाणपत्र बने हैं उनमें मोनिका, शैल कुमारी देवी, फरीदा खातून, रमेश गुप्ता, चंद्रावती, राजू कुमार पटेल, संजू देवी, राहुल कुमार, निजामुद्दीन, सोमप्रसाद, किताबुद्दीन, रविंद्र सिंह, जैबुन खातून, अशोक कुमार यादव सहित 28 लोग शामिल हैं। मौके पर प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले लाभार्थियों ने जिलाधिकारी के इस पहल की सराहना की और कहा कि यूडीआईडी और दिव्यांगता का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए अब उन्हें अनावश्यक सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं और जिला मुख्यालय भी नहीं जाना पड़ता जिससे समय और धन दोनों की बचत हो रही है।जिलाधिकारी की इस नई पहल के बाद दिव्यांगजनों को राहत मिली है।