November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

आम चुनाव के बाद भारतीय राजनीति पर चर्चा अत्यंत प्रासंगिक: कुलपति

सामाजिक विषमता को दूर कर के ही वैश्विक शक्ति बन सकता है भारत: प्रो. पालीवाल

गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में सात दिवसीय ‘भारतीय राजनीति के समक्ष चुनौतियां’ विषयक वैल्यू ऐडेड कोर्स का उद्घाटन सत्र संपन्न हुआ।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो पूनम टंडन ने की तथा मुख्य अतिथि हरिद्वार के प्रो. राजेश चंद्र पालीवाल रहे।
अपने उद्बोधन में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि आम चुनाव के परिणाम के बाद यह समसामयिक विषय है। ऐसे में भारतीय राजनीति का अध्ययन अत्यंत प्रासंगिक हो गया है।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है आप सभी प्रतभागी इस कोर्स से लाभांवित होंगे।
मुख्य अतिथि प्रो. राजेश चंद्र पालीवाल ने समसामयिक भारतीय राजनीति के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे। सामाजिक विषमता को दूर कर के ही भारत वैश्विक शक्ति बन सकता है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या, साक्षरता, गरीबी, बेरोज़गारी, लैंगिक भेदभाव, क्षेत्रीयता जैसी समस्याएं भारत की राजनीति के समक्ष चुनौती बनकर खड़ी है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की बढ़ती वैश्विक शक्ति के बारे में भी चर्चा की।
इससे पहले कार्यक्रम के रूपरेखा की प्रस्तुति तथा स्वागत उद्बोधन विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार सिंह ने दिया। इस कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. रजनीकांत पांडेय सहित महाविद्यालयों के शिक्षकगण तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ .महेंद्र कुमार सिंह ने दिया।