Thursday, December 25, 2025
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वन विभाग के पिंजरे में कैद हुआ एक और आदमखोर भेड़िया

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। तहसील महसी क्षेत्र के तमाम गाँवों में आतंक का पर्याय बने आदमखोर भेड़िया कुनबे के पांच वें मादा सदस्य को वन विभाग ने मंगलवार की सुबह सिसैया चूरामनि ग्राम पंचायत के हरबख्श पुरवा से पिंजड़े में कैद कर लिया, गौरतलब है कि तहसील महसी क्षेत्र के 56 गांवों में विगत तीन महीनों से भेड़िये ने आतंक मचा रखा है। नरभक्षी भेड़िए ने अब तक लगभग 09 मासूम बच्चों सहित एक महिला को निवाला बना लिया है वहीं लगभग 20 लोग घायल हुए हैं,इससे पहले दो नर व दो मादा भेड़िया वन विभाग द्वारा पकड़े जा चुके हैं। वन विभाग द्वारा भेड़ियों को पकड़ने के लिए बिछाये गए जाल में मंगलवार की सुबह ग्राम पंचायत सिसैया चुरामणि के हरिबक्स पुरवा के निकट लगे वन विभाग के पिंजरे में एक मादा भेड़िया कैद हो गयी।
वन विभाग द्वारा पांचवे मादा भेड़िया के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। लेकिन ग्रामीणों में अभी तक भय देखने को मिल रहा है। बीते मार्च माह से हरदी थाना क्षेत्र के मक्का पुरवा, औराही जागीर, कोलेला, नथुवापुर बडरिया, नयापुरवा समेत आस पास के दर्जनों गाँवों में भेड़ियों ने कई हमले किये जहां लगभग नौ मासूम बच्चों सहित दस लोगों को अपना निवाला बनाया है। लगभग 20 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। वन विभाग द्वारा आठ थर्मो सेंसर कैमरे लगाए गये थर्मल ड्रोन से निगरानी शुरू की गई। पकड़े गये मादा भेड़िया को वन कर्मी रेंज कार्यालय ले गये तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली, प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि पांच भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, अन्य भेड़ियों को पकड़ने के लिये वन विभाग की टीम लगातार काम्बिंग कर रही है जल्द ही शेष भेड़ियों को पकड़ लिया जायेगा।

मंत्री एवं अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने किये ताबड़तोड़ दौरे

28 अगस्त को वन मंत्री डॉ0 अरुण सक्सेना, 29 को जिले के प्रभारी मंत्री, मत्स्य विभाग यूपी डॉ0 संजय निषाद, 31 को बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ0 देवेन्द्र शर्मा, दो सितंबर को अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन डॉक्टर के एस प्रताप कुमार ने भेड़िया प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण करते हुऐ पीड़ित परिवारों से मिलकर सरकार द्वारा हर संभव मदद व अधिकारियों से भेड़ियों को जल्द पकड़ने के दिशा निर्देश दिये गये थे।

काम्बिंग करने में जुटीं वन विभाग की 25 टीमें

जहाँ एक तरफ 200 पुलिस व पीएसी के जवान सुरक्षा में तैनात है तो वन विभाग की 25 टीमें दिनरात काम्बिंग कर रही हैं। पंचायत व विकाश विभाग की लगभग 110 टीमें रात्रि आठ बजे से सुबह 5 बजे तक गस्त करते हैं। जिला प्रशासन द्वारा निगरानी के लिये एक दर्जन से ज्यादा जिलास्तरीय नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।

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