मुम्बई(राष्ट्र की परम्परा)
आगामी समय में आने वाली शिक्षा प्रणाली में प्रौद्योगिकी और छात्रों की प्रत्यक्ष भागीदारी बढ़ेगी। ऐसे में भविष्यवाकालीन शिक्षा प्रणाली से छात्रों को परिचित कराने के लिए, महात्मा फुले एजुकेशन ट्रस्ट, धारावी और डब्ल्यूपीपी इंडिया फाउंडेशन द्वारा आंतरशालेय रोबोटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर. उमेश कुमार रस्तोगी, ए .पी. जयरामन (परमाणु वैज्ञानिक – बी.ए.आर.सी), विपणन निदेशक, गूगल इंडिया के सत्यराघवन, चेयरमैन ग्रुप ‘एम’ साउथ ग्रुप एम दक्षिण एशिया के अध्यक्ष तुषार व्यास के साथ ही संस्था के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व विधायक बाबूराव माने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
डब्ल्यूपीपी इंडिया फाउंडेशन की निदेशक रमा अय्यर, संस्था के सचिव दिलीप शिंदे, कोषाध्यक्ष प्रमोद माने, संस्था के ट्रस्टी और प्रिंसिपल श्रीमती स्वाति होलमुखे, प्राचार्य वीणा दोनवलकर प्राचार्य कमलेश सोनपासरे के मार्गदर्शन एवं संकल्पना में यह अनोखी प्रतियोगिता आयोजित की गई।
बता दें’ कि टिंकरथॉन’ शीर्षक के तहत इस प्रतियोगिता में मुंबई के विभिन्न स्कूलों द्वारा छात्रों की प्रत्यक्ष भागीदारी के साथ नई अवधारणाओं और आविष्कारों से अभिनव गतिविधियों को 3 डी रूप में प्रस्तुत किया गया था। रोबोटिक्स में छात्रों ने वास्तविक रोबोट की मदद से कुछ कार्य किए।
इसे अभिभावकों और छात्रों का अच्छा प्रतिसाद मिला। बता दें कि भविष्य में आने वाली नई शिक्षा प्रणाली में किताबी ज्ञान से ज्यादा टेक्नोलॉजी पर विशेष जोर दिया गया है।
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