April 20, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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सीमांकन के नाम पर होता रहा बालू खनन

भागलपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) बलिया जिले के खैरा व देवरिया के छित्तूपुर गांव के बीच सीमा विवाद का मामला प्रकाश में आया है। जिसको एसडीएम बरहज द्वारा 20 दिन पहले रोक लगा दिया गया था, कि सीमांकन के बाद ही खनन होगा। उसके बावजूद लगातार बीस दिन तक बालू खनन का कार्य सीमांकन के नाम पर जोरों से चलता रहा। एसडीएम बरहज ने बुधवार को सरयू नदी के पार बलिया के तरफ हो रहे बालू खनन को रोक दिया है।
बता दे की छित्तूपुर की कुछ जमीन नदी के उस पार पड़ती है जिसमें अवैध रूप से बालू खनन का कार्य हो रहा है, जिसकी शिकायत चितरपुर के ग्राम प्रधान लालमोहन ने प्रशासन से की। उसके बाद पट्टा धारक को सीमांकन होने के बाद बालू खनन करने को कहा गया है। सरयु नदी के पार बलिया जिले के खैरा गांव का रकबा 593 में 20 एकड़ भूमि पर बालू खनन का पट्टा शिवा इंटरप्राइजेज ने बलिया प्रशासन से प्राप्त किया है, इस गाँव मे देवरिया जिले के तहसील बरहज, मईल थाना क्षेत्र के छित्तूपुर गांव स्थित है। छित्तूपुर गांव के प्रधान लालमोहन भारती का कहना है कि सरयू नदी के कटान के कारण छित्तूपुर गांव की भूमि सरयू नदी के पार हो गई है, जीस पर अवैध रुप से बालू खनन किया जा रहा है। उन्होंने इसकी जानकारी एक माह पूर्व जिला अधिकारी अखंड प्रताप सिंह से किया था। जिलाधिकारी ने एसडीएम बरहज को सीमांकन कराने का निर्देश दिया था। एसडीएम बरहज अवधेश कुमार निगम ने एक सप्ताह पूर्व नायब तहसीलदार बरहज रविंद्र मौर्य को सीमांकन कराने के लिए राजस्व टीम को पैमाईस करने के लिए भेजा। सीमांकन करने के बाद देवरिया जिले की भूमि बताकर राजस्व टीम ने खनन रोकवा दिया। एसडीएम बरहज ने बताया कि बेल्थरा रोड़ के एसडीएम से बात कर सीमा का सीमांकन किया जाएगा।