गलत खानपान ,खराब जीवन शैली है बीमारी का कारण
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)
गलत जीवन शैली खराब खान-पान ,अपर्याप्त नींद और तनाव हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है ।इसी का परिणाम है कि दस में से एक व्यक्ति डायबटीज यानि मधुमेह से पीड़ित है। डबल्यूएचओ के अनुसार तेजी से बढ़ रही इस बीमारी की व्यापकता इस हद तक है कि कुल बीमारियों में से पचास फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ मधुमेह की है। इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पूरे विश्व में प्रति वर्ष 14 नवंबर को मधुमेह दिवस मनाया जाता है ।इस वर्ष की थीम“एक्सेस टू डायबिटीज एजुकेशन”यानि इस बीमारी के बारे में शिक्षा के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा सकती है|उक्त बातें सोमवार को मेडिकल कालेज में हुई गोष्ठी के दौरान एनसीडी क्लीनिक इंचार्ज डॉ परितोष तिवारी ने कही। उन्होने कहा मधुमेह को नियंत्रित न किया जाय तो आँखों का रोग ,हृदय रोग,गर्भावस्था संबंधी जटिलताएं,मधुमेह पीड़ित पैर,दांतों का रोग,किडनी रोग,तंत्रिका विकृति और समय से पहले मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है । उन्होने बताया कि मधुमेह का कोई इलाज नहीं है लेकिन चिकित्सीय सलाह, स्वस्थ जीवन शैली व खानपान में सुधार कर मधुमेह से पीड़ित लोग भी लंबा एवं स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
ऐसे होती है मधुमेह
डॉ तिवारी ने बताया कि शरीर में मौजूद अग्नाशय ग्रंथि इंसुलिन हार्मोन के माध्यम से रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करती है। यह ग्रंथि जब इंसुलिन का स्राव करना बंद कर देती है या कम मात्रा में स्राव करती है तो रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है ।इसे टाइप 1 मधुमेह कहते हैं ।इसके अलावा इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा होने पर शरीर उसका उपयोग नहीं करता है तो व्यक्ति टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हो जाता है ।
शारीरिक श्रम है आवश्यक डॉ तिवारी ने बताया कि यह बीमारी ऐसे लोगों में ज्यादा पायी जाती है जिनकी खराब जीवन शैली है और शारीरिक रूप से बहुत कम सक्रिय रहते हैं ।साथ ही जंक फूड या कार्बोहाइड्रेड की मात्रा वाले भोजन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं ।साधारण शब्दों में शारीरिक श्रम न करने से भोजन के रूप में मिली ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं होता और यह ऊर्जा शरीर में शुगर के रूप में एकत्र हो जाती है।इस मौके पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० विजित जायसवाल,डॉ० पी० के० वर्मा,डॉ० विनय श्रीवास्तव, डॉ० वर्षा श्रीवास्तव,डॉ० रियाजुल हक,एफएलसी विवेक श्रीवास्तव,बृज प्रकाश,संतोष सिंह व मानसिक कार्यक्रम की टीम मौजूद रही। इस दौरान एनसीडी क्लीनिक पर विशेष जांच शिविर का आयोजन हुआ जहां परिसर में आए हुए 35 वर्ष से ऊपर के सभी मरीजों का मधुमेह व रक्तचाप जांच स्टाफ नर्स प्रियंका चौधरी के द्वारा किया गया वहीं जागरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए अधीक्षक सीएचसी पयागपुर डा.विकास वर्मा ने उपस्थित सभी को खानपान,नियमित योग,व्यायाम व स्वास्थ्य जांच के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। इस अवसर पर डॉ शरद भारती,डॉ अब्दुल वाहिद,डॉ अरुण मौर्या,बीपीएम अनुपम शुक्ल,पवन कुमार,हिमांशु मिश्रा सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी आशाएं व लाभार्थी उपस्थित रहे।
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