कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने किया 44वें दीक्षांत समारोह के लोगो का अनावरण

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बुधवार को प्रशासनिक भवन के समिति कक्ष में आयोजित, विशेष प्रेस वार्ता में 44वें दीक्षांत समारोह के लोगो का अनावरण किया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि लोगो का चयन निर्णायक मंडल द्वारा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त प्रविष्टि के आधार पर किया गया है। यह लोगो अत्यंत आकर्षक है और इसमें स्वतंत्रता दिवस की भावनाओं एवं राष्ट्रीय गौरव की झलक दिखाई देती है। कुलपति ने बताया कि दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रो. आशुतोष शर्मा उपस्थित रहेंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय तथा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी होंगी। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष 161 मेधावियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। 44वें दीक्षांत समारोह की विशेषता यह होगी कि विश्वविद्यालय पहली बार स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के मेधावी छात्रों को भी स्वर्ण पदक प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए ग्राम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को भी समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, दीक्षांत समारोह समिति की संयोजक प्रो. नंदिता आई.पी. सिंह, कुलसचिव, विभिन्न समिति सदस्य तथा विश्वविद्यालय सूचना, प्रकाशन एवं जनसंपर्क केंद्र के अधिकारी उपस्थित रहे। बी.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा श्रेया विश्वकर्मा का लोगो चयनित 44वें दीक्षांत समारोह हेतु आयोजित लोगो प्रतियोगिता में कुल 37 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। निर्णायकों द्वारा निर्धारित नियमों एवं शर्तों के आधार पर बी.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा श्रेया विश्वकर्मा को प्रथम स्थान, बी.ए. पंचम सेमेस्टर के छात्र उदय चौहान को द्वितीय स्थान तथा बी.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा सुहानी मोदनवाल को तृतीय स्थान के लिए चयनित किया गया। लोगो समिति की समन्वयक प्रो. सुधा यादव तथा सह-समन्वयक डॉ. प्रदीप कुमार साहनी के साथ डॉ. प्रदीप कुमार राजौरिया, डॉ. प्रदीप कुमार राव, डॉ. दीपा श्रीवास्तव, डॉ. फीरोजा और डॉ. सुरुचि श्रीवास्तव ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।

Karan Pandey

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