इटावा।(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) शहर में बड़ी घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं को ठप कर दिया। आरोप है कि सिविल लाइंस थानेदार पुलिसकर्मियों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर को जबरन उठा ले गए।
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पीड़ित चिकित्सक डॉ. राहुल बाबू ने बताया कि पुलिस ने उनके साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की। बाद में जब एसएसपी से बातचीत हुई तो पता चला कि उनकी मां की तबीयत खराब होने पर पहले ही एक निजी चिकित्सक को बुला लिया गया है। इसके बाद पुलिसकर्मी डॉक्टर को रास्ते में ही चौराहे पर छोड़ गए।
इस घटना से नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने विरोध जताते हुए ओपीडी सेवा बंद कर दी। जिला अस्पताल में मरीजों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद स्थिति सामान्य हुई और डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा पुनः शुरू की।
स्वास्थ्यकर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसी घटनाएं दोबारा हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। फिलहाल, मामले को लेकर चिकित्सक समुदाय में आक्रोश बना हुआ है।
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