कैलाश सिंहमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। मनुष्य का शरीर मिट्टी से बना है—नश्वर, सीमित और क्षणभंगुर—लेकिन उसके भीतर विद्यमान चेतना ही…